RAMDEV JI CHALISA IN ALL LANGUAGES

CHALISA IN ASSAMESE

॥ দোহা ||

 

শ্ৰী গুৰুৰ পদ নমন, গানদেশ বাদ দিছিল।

 

কাথুন ৰামদেৱ বিমল যশ, শুনা পাণ ভিনশ্য়া ||

 

দুৱাৰ ৰছয়ী, মনজ অৱতাৰৰ পৰা আয়কৰ।

 

জগত অজল গেহ শুভেচ্ছা, জয় চিয়াৰ।

 

॥ চৌপাই ||

 

জয় জয় ৰামদেৱ সুৰ ৰায়। অজমল পুত্ৰ অনন্য মায়া|

 

বিষ্ণুৰ প্ৰভুয়ে সুৰ পুৰুষ গঠন কৰে। পৰম প্ৰতাপলি ইণ্টাৰিয়ামী ||

 

লে অৱতাৰ অৱনিলৈ আহিছিল। তঁৱৰ ৰাজবংশক আভাতাশ বুলি কোৱা হয়।

 

সকলো সাধু। দানৱ দানৱ দুষ্ট নিষ্কাশন।

 

প্ৰথম পিতৃৰ প্ৰথম পিতৃ। গাখীৰ পৰিদা মনহি কিন্না ||

 

কুমকুম পোষ্ট পলি দেখুওৱা হৈছে। প্ৰভুক প্ৰকাশ কৰাৰ লগে লগে।

 

পৰচা দুজাই মাকক বিচাৰি পাইছিল। গাখীৰ উফিং চৰণ উঠা।

 

পৰচা টিজা পুৰজন পোৱা গৈছিল। পাচৱৰ্কৰ ঘোঁৰা।

 

চতুৰ্থ ভৈৰৱক হত্যা কৰা হৈছিল। ভক্তসকলৰ কষ্ট।

 

পঞ্চমটো এটা পাৰ্চ্য বুলি পোৱা গৈছিল। পুঙ্গলে জা প্ৰভু ফাণ্ড উদ্ধাৰ কৰা হৈছে।

 

ষষ্ঠ বিজয়াচিণ পোৱা গৈছিল। জালা নগৰ আশ্ৰয়লৈ আহিছিল।

 

পোচ্য সপ্তনা পোৱা গৈছিল। মুভা ল’ৰাটো হাঁহিবলৈ আহিছিল।

 

পোৰ্চ্যটো অষ্টম বুলি পোৱা গৈছিল। জা পাৰকাণ্ট্ৰি সামগ্ৰীবহু আনিছিল।

 

ভৰটিচ ডুবি যোৱা নাও। উন্নত টেৰ উপনীত হৈছে অভতাৰী ||

 

নৱমা প্ৰজাভিৰা বীৰম পোৱা গৈছিল। শেহতীয়াকৈ বৰ্ণনা কৰিলে বানবোৰ আহে।

 

দশম প্ৰজাৰ্কি পা বিনজাৰা। মিশ্ৰীয়ে নিমখ সকলো ছেলাইন তৈয়াৰ কৰিছিল|

 

পাৰচ্য এঘাৰ কিৰপা থাৰি। নিমখসৰ দৰে মিশ্ৰী তেতিয়া সকলো।

 

প্ৰজাৰ্কিডক ডডেকেশ েই খাপ খাব। নিকাং পালচ চিৰজী কিউটি|

 

ত্ৰয়োদশ পিৰ পৰী। লিয়া বাউল কাৰাজ চাৰা ||

 

চদ্দতম প্ৰজাক পোৱা গৈছিল। নিজচৰ পানী চেলাইন।

 

আকৌ পোন্ধৰটা কৈ পোন্ধৰখন। ৰাম সৰোৱৰ প্ৰভু খুদাইয়া ||

 

পোৰ্চ্যই ষোলটা হৰবু পাইছিল। চৰম হৰ্ষ্যৰ দৃশ্য।

 

প্ৰজাৰ্কিয়ে প্ৰতি টো ছতটা পাইছিল। গাখীৰটো থনা বাকৰিয়াৰ আহিছিল।

 

সুখী নাদি পানীৰ কেনন। আত্মজ্ঞান হৰজীয়ে চাকি তৈয়াৰ কৰিছে।

 

অষ্টাদশ ৰাজকুমাৰসকলক পোৱা গৈছিল। মাটিমাটি ঘূৰি ছিল।

 

উনৈশতম দলটো পোৱা গৈছিল। মনত ল’ৰা পেয়, হৰচ্য ||

 

প্ৰজাৰ্কি ক’লে ছেথানীক বিৰাট। আহক ভগৱান শুনা গাদগদ ৱানী|

 

লগে লগে শেঠ সৰ্জিন কেনহা। এই টোকাটোৱে এবে আৰু ডিনাক উন্মুক্ত কৰিছিল।

 

একৈশজন চোৰ যাক পোৱা গৈছিল। আপুনি অন্ধৰ ফল বিচাৰি পাইছে।

 

||৯ তম মিৰ্জো চেয়া। সাতো তাৱা বেধা প্ৰভু দিহান|

 

তৃতীয় ৰজাপোৱা গৈছিল। তেওঁ ভক্তক তাৎক্ষণিক কৰা নাছিল।

 

পোৰ্চ্য ক ৬ষ্ঠ সাক্ষী বুলি পোৱা গৈছিল। মুভা ল’ৰাটো এই মূহুৰ্তত উঠিছিল।

 

যেতিয়া তেওঁৰ এটা সুমান আছে। তাৰ পিছত আপুনি দেখা দিয়ক।

 

ভক্তসকলে টেৰৰ কথা শুনিছে। লিলৰ ওপৰত সোনকালে উঠিছিল।

 

যিসকল লোক হৈছে প্ৰভুৰ লীলা। আকাংক্ষিত কাৰাজ ফল পাভথ|

 

এই চালিচা শুনা। বিষটো স্থূল কাট লওক।

 

জয় জয় জয় প্ৰভু লীলা ধাৰী। আপোনাৰ মহিমা হৈছে পথটো অ-নেগ।

 

মই কি গুণ বোৰ গওঁ|| ক’ত ক’ত কঢ়িওৱা হ’ব ক’ত ক’ত ধাৰ্য ক’ত||

 

নহয়, বেচা-শক্তি কমি থকা প্ৰেম। মাটিৰ মতে চালিছা ৰচিছিল।

 

আপোনাৰ সকলো আশ্ৰয় দাস। প্ৰভুৱে মেৰীক লজ্জা কৰে।

CHALISA IN BENGALI

||  দোহা ||

 

শ্রী গুরুর প্রতি শ্রদ্ধা নিবেদন করুন, গণেশ পড়ুন।

 

কাঠুন রামদেব বিমল যশ, শোনেন পাপ বিনশায়

 

দরজা চুল থেকে এসে মনুজা অবতার।

 

আজমল গেহ বোধভানা, জাই চিয়ার্স ওয়ার্ল্ড।

ঘ বাউন্ড ||

 

জয় জয় রামদেব সুর রায়। আজমল পুত্র আনোখী মায়া।

 

বিষ্ণু রূপ সুর সুরের ভগবান। সর্বোচ্চ মহিমা ||

 

লে অবতার এসেছিল অবনির উপরে। তানওয়ার রাজবংশ কোথায়

 

সব সাধুদের কারণে। দানব মনস্টার দোষ কোড।

 

প্রথম বাবার কাছে পরচায় দিনহা। দুধ পরানদা মহানি কিনাহা।

 

কুমকুম শ্লোকটি পলি দেখান। যত তাড়াতাড়ি প্রভু প্রকাশিত

 

পারছা দুজা জনানীকে পাওয়া গেল। উত্থিত দুধের অনুগ্রহ।

 

হাতে একটা হাত পেল। রাগের ছায়া

 

পারচায়া চতুর্থ ভৈরবকে হত্যা করেছিলেন। ভক্তদের কষ্ট

 

পঞ্চম পারছায় রত্ন পেলাম। পুংগল জা প্রভু ফন্ড বিতরণ করলেন

 

পারছায়া পেয়েছেন ষষ্ঠ বিজয় সিং। জালা নগর শরণার্থী এসেছিল।

 

পারছায়া অষ্টমকে সুগন্ধযুক্ত বলে প্রমাণিত হয়েছে। আমার ছেলের ছেলে হাসছে

 

পারচায়া অষ্টমকে আলোকিত অবস্থায় পাওয়া গেল। বিদেশে গিয়ে টাকা আনুন

 

ঘূর্ণি ডুবে যাওয়া নৌকায় ডুবে গেল। অবতারি উন্নত টেরে পৌঁছেছে

 

খুঁজে পেলেন নবম পার্চায় বীরম। ব্যানিস এলে কীভাবে বলা হয়||

 

দশম পারছায়া পা বিনজারা। মিশ্রি নুন হয়ে গেল সব স্যালাইন।

 

পারছায় এগারোটি কিরপা থারী। লবণ চিনি হয়ে গেল, তারপর সব ||

 

এতে হোঁচট খেয়েছে পারছায়া। নিকালং নাদি সিরজি পাইয়ারি।

 

পারছায় ত্রয়োদশ পীর পরী এলেন। লাইয়া বোল কার্জ সারা।

 

চতুর্দশ পারছায় যাবো পাওয়া গেল। নিজসার জলের স্যালাইন তৈরি হয়েছিল।

 

পারছায়া পনেরো আবার বলা হলো। রাম সরোবর প্রভু খনন করলেন

 

পারছায়া পেয়েছেন ষোলটি হারবু। দর্শ পায়া চরম হর্ষায়।

 

সতেরোটি জীবন পেয়েছে। ছাগল থেকে দুধ এসেছে

 

শুভ নাদি জল। আত্ম-জ্ঞান হারজি নম্র হয়ে গেল

 

পারছায়া পেয়েছিলেন আঠারো রাজকুমারকে। তুলা পৃথিবী ঘূর্ণায়মান।

 

পারচায়া উনিশতম পার্টি বেঁচে থাকতে পেরেছিল। পুত্র পয়া মন হর্ষায়।

 

পারছায় বিংশতম সীতানী পেলেন। Gadশ্বর গাদগাদ শুনতে এসেছেন।

 

ততক্ষণে শেঠ সরজিবনা কিনহা। উপরোক্ত উন্মুক্ত অভয় ভার দিনাহা।

 

পারছায় একবিংশ চোর কে পেয়েছে। আপনি চোখ বেঁধে রেখেছেন।

 

পারছায়া বাইশতম মির্জো চিহান। সাতো তাওয়া বেধ প্রভু দিনহান

 

পারচায়া ছিলেন তেইশতম রাজা। তিনি ভক্তকে অত্যাচার করেন নি।

 

পারচায়া পঁচিশে বকশিকে পেলেন। আমার ছেলেটি মুহুর্তেই উঠে পড়ল।

 

যখনই মনে পড়ে তারপরে আপনি এসে দেখবেন

 

ভক্তরা টের টের শুনতেন দ্রুত পাহাড়ের উপরে উঠুন।

 

প্রভু প্রভুর লীলা গ্রামের লোকেরা। পছন্দসই কাঙ্ক্ষিত ফল পান।

 

এই চালিশা শুনুন। স্থূল দুর্দশার দিকে তাকাও।

 

জয় জয় জয় প্রভু লীলা ধরি আপনার গৌরব অতুলনীয়

 

আমার তখন কোন গুণাবলীর গান করা উচিত|| শরদের মতো প্রজ্ঞা কোথায় নিয়ে আসব||

 

 

 

জ্ঞান নেই, ভালোবাসা কম ভালবাসা। মতি অনুসারে চলিসা জপ করলেন

 

আপনার সমস্ত চাকর আশ্রয়স্থলে। আমার প্রিয় ভগবান শিব

CHALISA IN BODO

Bodo and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

॥ दोहा ॥

श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय।

कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय॥

द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार।

अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार॥

॥ चौपाई ॥

जय जय रामदेव सुर राया। अजमल पुत्र अनोखी माया॥

विष्णु रूप सुर नर के स्वामी। परम प्रतापी अन्तर्यामी॥

ले अवतार अवनि पर आये। तंवर वंश अवतंश कहाये॥

संत जनों के कारज सारे। दानव दैत्य दुष्ट संहारे॥

परच्या प्रथम पिता को दीन्हा। दूध परीण्डा मांही कीन्हा॥

कुमकुम पद पोली दर्शाये। ज्योंही प्रभु पलने प्रगटाये॥

परचा दूजा जननी पाया। दूध उफणता चरा उठाया॥

परचा तीजा पुरजन पाया। चिथड़ों का घोड़ा ही साया॥

परच्या चौथा भैरव मारा। भक्त जनों का कष्ट निवारा॥

पंचम परच्या रतना पाया। पुंगल जा प्रभु फंद छुड़ाया॥

परच्या छठा विजयसिंह पाया। जला नगर शरणागत आया॥

परच्या सप्तम् सुगना पाया। मुवा पुत्र हंसता भग आया॥

परच्या अष्टम् बौहित पाया। जा परदेश द्रव्य बहु लाया॥

भंवर डूबती नाव उबारी। प्रगत टेर पहुँचे अवतारी॥

नवमां परच्या वीरम पाया। बनियां आ जब हाल सुनाया॥

दसवां परच्या पा बिनजारा। मिश्री बनी नमक सब खारा॥

परच्या ग्यारह किरपा थारी। नमक हुआ मिश्री फिर सारी॥

परच्या द्वादश ठोकर मारी। निकलंग नाड़ी सिरजी प्यारी॥

परच्या तेरहवां पीर परी पधारया। ल्याय कटोरा कारज सारा॥

चौदहवां परच्या जाभो पाया। निजसर जल खारा करवाया॥

परच्या पन्द्रह फिर बतलाया। राम सरोवर प्रभु खुदवाया॥

परच्या सोलह हरबू पाया। दर्श पाय अतिशय हरषाया॥

परच्या सत्रह हर जी पाया। दूध थणा बकरया के आया॥

सुखी नाडी पानी कीन्हों। आत्म ज्ञान हरजी ने दीन्हों॥

परच्या अठारहवां हाकिम पाया। सूते को धरती लुढ़काया॥

परच्या उन्नीसवां दल जी पाया। पुत्र पाय मन में हरषाया॥

परच्या बीसवां पाया सेठाणी। आये प्रभु सुन गदगद वाणी॥

तुरंत सेठ सरजीवण कीन्हा। उक्त उजागर अभय वर दीन्हा॥

परच्या इक्कीसवां चोर जो पाया। हो अन्धा करनी फल पाया॥

परच्या बाईसवां मिर्जो चीहां। सातो तवा बेध प्रभु दीन्हां॥

परच्या तेईसवां बादशाह पाया। फेर भक्त को नहीं सताया॥

परच्या चैबीसवां बख्शी पाया। मुवा पुत्र पल में उठ धाया॥

जब-जब जिसने सुमरण कीन्हां। तब-तब आ तुम दर्शन दीन्हां॥

भक्त टेर सुन आतुर धाते। चढ़ लीले पर जल्दी आते॥

जो जन प्रभु की लीला गावें। मनवांछित कारज फल पावें॥

यह चालीसा सुने सुनावे। ताके कष्ट सकल कट जावे॥

जय जय जय प्रभु लीला धारी। तेरी महिमा अपरम्पारी॥

मैं मूरख क्या गुण तब गाऊँ। कहाँ बुद्धि शारद सी लाऊँ॥

नहीं बुद्धि बल घट लव लेशा। मती अनुसार रची चालीसा॥

दास सभी शरण में तेरी। रखियों प्रभु लज्जा मेरी॥

CHALISA IN DOGRI

Dogri and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

॥ दोहा ॥

श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय।

कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय॥

द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार।

अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार॥

॥ चौपाई ॥

जय जय रामदेव सुर राया। अजमल पुत्र अनोखी माया॥

विष्णु रूप सुर नर के स्वामी। परम प्रतापी अन्तर्यामी॥

ले अवतार अवनि पर आये। तंवर वंश अवतंश कहाये॥

संत जनों के कारज सारे। दानव दैत्य दुष्ट संहारे॥

परच्या प्रथम पिता को दीन्हा। दूध परीण्डा मांही कीन्हा॥

कुमकुम पद पोली दर्शाये। ज्योंही प्रभु पलने प्रगटाये॥

परचा दूजा जननी पाया। दूध उफणता चरा उठाया॥

परचा तीजा पुरजन पाया। चिथड़ों का घोड़ा ही साया॥

परच्या चौथा भैरव मारा। भक्त जनों का कष्ट निवारा॥

पंचम परच्या रतना पाया। पुंगल जा प्रभु फंद छुड़ाया॥

परच्या छठा विजयसिंह पाया। जला नगर शरणागत आया॥

परच्या सप्तम् सुगना पाया। मुवा पुत्र हंसता भग आया॥

परच्या अष्टम् बौहित पाया। जा परदेश द्रव्य बहु लाया॥

भंवर डूबती नाव उबारी। प्रगत टेर पहुँचे अवतारी॥

नवमां परच्या वीरम पाया। बनियां आ जब हाल सुनाया॥

दसवां परच्या पा बिनजारा। मिश्री बनी नमक सब खारा॥

परच्या ग्यारह किरपा थारी। नमक हुआ मिश्री फिर सारी॥

परच्या द्वादश ठोकर मारी। निकलंग नाड़ी सिरजी प्यारी॥

परच्या तेरहवां पीर परी पधारया। ल्याय कटोरा कारज सारा॥

चौदहवां परच्या जाभो पाया। निजसर जल खारा करवाया॥

परच्या पन्द्रह फिर बतलाया। राम सरोवर प्रभु खुदवाया॥

परच्या सोलह हरबू पाया। दर्श पाय अतिशय हरषाया॥

परच्या सत्रह हर जी पाया। दूध थणा बकरया के आया॥

सुखी नाडी पानी कीन्हों। आत्म ज्ञान हरजी ने दीन्हों॥

परच्या अठारहवां हाकिम पाया। सूते को धरती लुढ़काया॥

परच्या उन्नीसवां दल जी पाया। पुत्र पाय मन में हरषाया॥

परच्या बीसवां पाया सेठाणी। आये प्रभु सुन गदगद वाणी॥

तुरंत सेठ सरजीवण कीन्हा। उक्त उजागर अभय वर दीन्हा॥

परच्या इक्कीसवां चोर जो पाया। हो अन्धा करनी फल पाया॥

परच्या बाईसवां मिर्जो चीहां। सातो तवा बेध प्रभु दीन्हां॥

परच्या तेईसवां बादशाह पाया। फेर भक्त को नहीं सताया॥

परच्या चैबीसवां बख्शी पाया। मुवा पुत्र पल में उठ धाया॥

जब-जब जिसने सुमरण कीन्हां। तब-तब आ तुम दर्शन दीन्हां॥

भक्त टेर सुन आतुर धाते। चढ़ लीले पर जल्दी आते॥

जो जन प्रभु की लीला गावें। मनवांछित कारज फल पावें॥

यह चालीसा सुने सुनावे। ताके कष्ट सकल कट जावे॥

जय जय जय प्रभु लीला धारी। तेरी महिमा अपरम्पारी॥

मैं मूरख क्या गुण तब गाऊँ। कहाँ बुद्धि शारद सी लाऊँ॥

नहीं बुद्धि बल घट लव लेशा। मती अनुसार रची चालीसा॥

दास सभी शरण में तेरी। रखियों प्रभु लज्जा मेरी॥

CHALISA IN ENGLISH

|| Doha ||

Shri guru padd naman Kari ,

Gira ganesh mnaye |

 

Kathu ramdev vimal yash,

Sune paap vinsaye ||

 

Dwar kesh se aye kar ,

Liya manuj Avtar |

 

Ajmahal geh badhavna ,

Jag mai jay jaykar ||

 

|| Chopai ||

Jai jai Ramdev sur Raya |

Ajmal putra anokhi maya ||

 

Vishnu roop sar nar ke Swami |

Param pratapi antaryami ||

 

Le Avtar Avni per aye |

Tavar vansh avtansh khaye ||

 

Sant jano ke karaj sare |

Danav detay dust saghare ||

 

Parchya pratam pita ko dihna |

Dhud parida mahi Kinha ||

Kumkum padd poli darshaye |

Jyohi prabhu mahi darshaye |

 

Jyohi duja janni paya |

Dhud uffranta chara utaya ||

 

Parcha teeja parjan paya |

Chithro ka ghora hi saya ||

 

Parchya chotha bharev mara |

Bhakat jano ka kasat niwara ||

 

Pancham parchya ratna paya |

Pungal ja prabhu fand chudaya ||

 

Parchya chtha vijaysingh paya |

Jala nagar sarnagat aya ||

 

Parchya saptum sugna paya |

Muva putra hasta bhag aya ||

 

Prachya astum bohit paya |

Ja pardesh drivay bahu laya ||

 

Bambhar dubti nav ubari |

Pragat ter phuche avtari ||

Nvama prachya viram paya |

Baniya aa jab hal sunaya ||

 

Dasva prachya pa vinjara |

Mishri bani Namak sab khara ||

 

Parchya gyarah kirpa thari |

Namak hua mishri fir sari ||

 

Parchya dwardas thokar mari |

Niklang nari pir pari pdharya |

Lyay katora karaj sara ||

 

Chodarrwha parchya jabho paya |

Nijsar jal khara karwaya ||

 

Parchya pandrah fir batlawa |

Ram sarowar Prabhu khudwaya ||

 

Parchya solah harbu paya |

Drash paye atisay harsaya ||

 

Parchya satrah har ji paya |

Dhud nadi pani kinho |

Atam gyan harji ne dinho ||

 

Parchya atharawa hakim paya |

Sute ko dharti ludkaya ||

 

Parchya utraswa dal ji paya |

Putra paye mann mai harsaya ||

 

Parchya biswa paya sethani |

Aye prabhu Sun gadgad vani ||

 

Turant Seth sarjivan kinha |

Ukat ujagar Abhay var dinha ||

 

Parchya ekkiswa chor jo paya |

Ho andha karni ful paya ||

 

Parchya baisva mirjo chinha |

Saato Tva bedh parbhu dinha ||

 

Parchya teyiswa badshah paya |

Fer bhakat ko nahi staya ||

 

Parchya chebiswa bhaksi paya |

Muwa putra pal mai uth dhaya ||

 

Jab jab jisne sumran kinha |

Tab tab aa tum darshan dihna ||

 

Bhakat ter sun atur dhate |

Chad lile per jaldi ate ||

 

Jo Jan prabhu ki lila gave |

Manvanchit karaj ful pawe ||

 

Yeh chalisa sune sunave |

Takke kasat sakal kat jave ||

 

 

Jay jay jay parbhu lila dhari |

Teri mahima kya gunn tab gao |

Kha bhudhi sarad si lao ||

 

Nahi bhudhi bal ghat lav lesha |

Mati anusar rachi chalisa ||

 

Das sabhi saran mai teri |

Rakhiyo parbhu lajja meri ||

CHALISA IN GUJRATI

|| દોહા॥

 

શ્રી ગુરુને પ્રણામ કરો, ગણેશ પડો.

 

કથુન રામદેવ વિમલ યશ, સાંભળ્યું પાપ વિનશાય

 

મનુજા અવતાર, દરવાજાના વાળથી આવ્યો છે.

 

અજમલ ગેહ બધાવણા, જય દુનિયામાં ચિયર્સ.

|| બાઉન્ડ ||

 

જય જય રામદેવ સુર રૈયા. અજમલ પુત્ર અનોખી માયા॥

 

વિષ્ણુ રૂપ સુર નાર ભગવાન. સર્વોચ્ચ મહિમા ||

 

લે અવતાર અવની ઉપર આવ્યો. તંવર રાજવંશ ક્યાં છે

 

બધા સંતો કારણે. રાક્ષસ રોગ કોડ

 

પ્રથમ પિતાને પરચાયા દિન્હા. દૂધ પરેન્દા મહાની કીનાહા॥

 

પોલી કુમકુમ શ્લોક બતાવો. ભગવાન પ્રગટ થતાં જ

 

પરચા દુજા જાનની મળી હતી. ઉછરે દૂધ બક્ષિસ॥

 

હાથમાં હાથ મળ્યો. રાગનો પડછાયો

 

પરચાયાએ ચોથા ભૈરવનો વધ કર્યો. ભક્તોની વેદના

 

પાંચમો પરચાય રત્ન મળ્યો. પુંગલ જા પ્રભુ ફંડ પહોંચાડ્યો

 

પરચાએ છઠ્ઠું વિજયસિંહ મેળવ્યું. જલા નગર શરણાર્થી આવ્યા.

 

પાર્ચયા સાતમ સુગંધિત હોવાનું માલુમ પડ્યું હતું. મારા દીકરાનો દીકરો હસે છે

 

પરચાય અષ્ટમ પ્રબુદ્ધ મળી. વિદેશ જાઓ પૈસા લાવો

 

વમળને ડૂબતી બોટ ડૂબી ગઈ. અવતારી એડવાન્સ્ડ ટેર પર પહોંચ્યો

 

નવમી પરચાય વીરમ મળ્યો. જ્યારે બાનીસ આવે છે, ત્યારે તમને કેવી રીતે કહેવામાં આવે છે||

 

દશમી પરચાય પા બિંજારા. મિશ્રી મીઠું થઈ ગયું બધા ખારા.

 

પરચ્યા અગિયાર કિર્પા થારી. મીઠું ખાંડ બની ગયું, પછી બધા ||.

 

પાર્ચાયે તેને ઠોકર માર્યો. નિકાલંગ નાડી સિરજી પ્યારી॥

 

પરચ્યા તેરમી પીર પરી આવી. લૈયા બાઉલ કરજ સારા॥

 

ચૌદશ પારચ્યા જભો મળી આવ્યો. નિજસર જળ ખારા થઈ ગઈ॥

 

પરચ્યા પંદર ફરીથી કહેવામાં આવ્યું. રામ સરોવર પ્રભુએ ખોદકામ કર્યું

 

પારચા મળી સોળ હરબુ. દર્શ પાયા એક્સ્ટ્રીમ હર્ષાયા॥

 

સત્તર જીવન મેળવ્યું. દૂધ બકરીમાંથી આવ્યું

 

સુખી નાદિ જળ. આત્મજ્ knowledgeાન હરજી નમ્ર બન્યો

 

પારચાને અ theારમો રાજકુમારો મળ્યો. સુતરાઉ પૃથ્વી ફેરવી.

 

પાર્ચાયે ઓગણીસમી પાર્ટી જીવવા માટે સક્ષમ હતી. પુત્ર પાયા મન હર્ષાયા॥

 

પરચ્યા વીસમી મળી સેથાની. ભગવાન ગડગડ સાંભળવા આવ્યા છે.

 

તુરંત શેઠ સરજીવન કીન્હા। ઉપરોક્ત ખુલ્લા અભય વાર દીન્હા॥

 

પારચ્યા એકવીસમી ચોર જે મળી. તમે આંખે પાટા બાંધ્યા.

 

પરચ્યા બાવીસમી મીરઝો ચિહાન. સતો તવા બેધ પ્રભુ દિન્હન્

 

પાર્ચાય તેવીસમો રાજા હતો. તેણે ભક્તને સતાવ્યો નહીં.

 

પારચાને ચોવીસમી બક્ષી મળી. મારો પુત્ર તે જ ક્ષણમાં .ભો થયો.

 

જ્યારે પણ જેને યાદ આવે પછી તમે આવીને તમને જોશો

 

ભક્તો ટેર ટેર સાંભળતા હતા ઝડપથી ટેકરી પર ચ .ી જાઓ.

 

જે લોકો ભગવાન પ્રભુના લીલા ગામ છે. ઇચ્છિત ફળ મેળવો.

 

આ ચાળીસા સાંભળો. સ્થૂળ દુeryખ પર નજર નાખો.

 

જય જય જય પ્રભુ લીલા ધારી તમારી કીર્તિ અતુલ્ય છે

 

ત્યારે મારે કયા ગુણો ગાવા જોઈએ|| શરદની જેમ શાણપણ લાવવું||

 

ડહાપણ નથી, પ્રેમ ઓછો પ્રેમ છે. ચાલીસાએ મતિ પ્રમાણે જપ કર્યો

 

તમારા બધા સેવકો આશ્રયસ્થાનમાં. મારા પ્રિય ભગવાન શિવ

CHALISA IN HINDI

॥ दोहा ॥

श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय।

कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय॥

द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार।

अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार॥

॥ चौपाई ॥

जय जय रामदेव सुर राया। अजमल पुत्र अनोखी माया॥

विष्णु रूप सुर नर के स्वामी। परम प्रतापी अन्तर्यामी॥

ले अवतार अवनि पर आये। तंवर वंश अवतंश कहाये॥

संत जनों के कारज सारे। दानव दैत्य दुष्ट संहारे॥

परच्या प्रथम पिता को दीन्हा। दूध परीण्डा मांही कीन्हा॥

कुमकुम पद पोली दर्शाये। ज्योंही प्रभु पलने प्रगटाये॥

परचा दूजा जननी पाया। दूध उफणता चरा उठाया॥

परचा तीजा पुरजन पाया। चिथड़ों का घोड़ा ही साया॥

परच्या चौथा भैरव मारा। भक्त जनों का कष्ट निवारा॥

पंचम परच्या रतना पाया। पुंगल जा प्रभु फंद छुड़ाया॥

परच्या छठा विजयसिंह पाया। जला नगर शरणागत आया॥

परच्या सप्तम् सुगना पाया। मुवा पुत्र हंसता भग आया॥

परच्या अष्टम् बौहित पाया। जा परदेश द्रव्य बहु लाया॥

भंवर डूबती नाव उबारी। प्रगत टेर पहुँचे अवतारी॥

नवमां परच्या वीरम पाया। बनियां आ जब हाल सुनाया॥

दसवां परच्या पा बिनजारा। मिश्री बनी नमक सब खारा॥

परच्या ग्यारह किरपा थारी। नमक हुआ मिश्री फिर सारी॥

परच्या द्वादश ठोकर मारी। निकलंग नाड़ी सिरजी प्यारी॥

परच्या तेरहवां पीर परी पधारया। ल्याय कटोरा कारज सारा॥

चौदहवां परच्या जाभो पाया। निजसर जल खारा करवाया॥

परच्या पन्द्रह फिर बतलाया। राम सरोवर प्रभु खुदवाया॥

परच्या सोलह हरबू पाया। दर्श पाय अतिशय हरषाया॥

परच्या सत्रह हर जी पाया। दूध थणा बकरया के आया॥

सुखी नाडी पानी कीन्हों। आत्म ज्ञान हरजी ने दीन्हों॥

परच्या अठारहवां हाकिम पाया। सूते को धरती लुढ़काया॥

परच्या उन्नीसवां दल जी पाया। पुत्र पाय मन में हरषाया॥

परच्या बीसवां पाया सेठाणी। आये प्रभु सुन गदगद वाणी॥

तुरंत सेठ सरजीवण कीन्हा। उक्त उजागर अभय वर दीन्हा॥

परच्या इक्कीसवां चोर जो पाया। हो अन्धा करनी फल पाया॥

परच्या बाईसवां मिर्जो चीहां। सातो तवा बेध प्रभु दीन्हां॥

परच्या तेईसवां बादशाह पाया। फेर भक्त को नहीं सताया॥

परच्या चैबीसवां बख्शी पाया। मुवा पुत्र पल में उठ धाया॥

जब-जब जिसने सुमरण कीन्हां। तब-तब आ तुम दर्शन दीन्हां॥

भक्त टेर सुन आतुर धाते। चढ़ लीले पर जल्दी आते॥

जो जन प्रभु की लीला गावें। मनवांछित कारज फल पावें॥

यह चालीसा सुने सुनावे। ताके कष्ट सकल कट जावे॥

जय जय जय प्रभु लीला धारी। तेरी महिमा अपरम्पारी॥

मैं मूरख क्या गुण तब गाऊँ। कहाँ बुद्धि शारद सी लाऊँ॥

नहीं बुद्धि बल घट लव लेशा। मती अनुसार रची चालीसा॥

दास सभी शरण में तेरी। रखियों प्रभु लज्जा मेरी॥

CHALISA IN KANNADA

|| ದೋಹಾ | |

 

ಶ್ರೀ ಗುರುಗಳಿಗೆ ನಮಸ್ಕಾರ ಮಾಡಿ, ಗಣೇಶನನ್ನು ಬೀಳಿಸಿ.

 

ಕತುನ್ ರಾಮದೇವ್ ವಿಮಲ್ ಯಶ್, ಆಲಿಸಿದ ಸಿನ್ ವಿನ್ಶೆ

 

ಮನುಜಾ ಅವತಾರ, ಬಾಗಿಲಿನ ಕೂದಲಿನಿಂದ ಬಂದ ನಂತರ.

 

ಅಜ್ಮಲ್ ಗೆಹ್ ಬಾದವಾನ, ಜೈ ಜಿಯರ್ಸ್ ವಿಶ್ವದ.

|| ಬೌಂಡ್ ||

 

ಜೈ ಜೈ ರಾಮದೇವ್ ಸುರ್ ರಾಯ. ಅಜ್ಮಲ್ ಮಗ ಅನೋಖಿ ಮಾಯಾ

 

ವಿಷ್ಣು ರೂಪ್ ಸುರ್ ನರ್. ಸರ್ವೋಚ್ಚ ಗಾಂಭೀರ್ಯ ||

 

ಅವ್ನಿ ಮೇಲೆ ಲೆ ಅವತಾರ್ ಬಂದಿತು. ತನ್ವಾರ್ ರಾಜವಂಶ ಎಲ್ಲಿದೆ

 

ಎಲ್ಲಾ ಸಂತರು ಕಾರಣ. ಡೆಮನ್ ಮಾನ್ಸ್ಟರ್ ರೋಗ್ ಕೋಡ್

 

ಮೊದಲ ತಂದೆಗೆ ಪರ್ಚಾಯ ದಿನ್ಹಾ. ಹಾಲು ಪರಿಂದಾ ಮಹಾನಿ ಕಿನಾಹ॥

 

ಕುಮ್ಕುಮ್ ಪದ್ಯವನ್ನು ತೋರಿಸಿ. ಭಗವಂತ ಬಹಿರಂಗಪಡಿಸಿದ ಕೂಡಲೇ

 

ಪರ್ಚಾ ದುಜಾ ಜನಾನಿ ಪತ್ತೆಯಾಗಿದೆ. ಬೆಳೆದ ಹಾಲಿನ  ದಾರ್ಯ

 

ಕೈಯಲ್ಲಿ ಒಂದು ಕೈ ಸಿಕ್ಕಿತು. ಚಿಂದಿ ನೆರಳು

 

ಪರ್ಚಾಯ ನಾಲ್ಕನೇ ಭೈರವನನ್ನು ಕೊಂದನು. ಭಕ್ತರ ಸಂಕಟ

 

ಐದನೇ ಪರ್ಚಾಯ ರತ್ನ ಕಂಡುಬಂದಿದೆ. ಪುಂಗಲ್ ಜಾ ಪ್ರಭು ಫಾಂಡ್ ವಿತರಿಸಿದರು

 

ಪರ್ಚಾಯ ಅವರಿಗೆ ಆರನೇ ವಿಜಯ್ ಸಿಂಗ್ ಸಿಕ್ಕರು. ಜಲನಗರ ನಿರಾಶ್ರಿತರು ಬಂದರು.

 

ಪರ್ಚಾಯ VII ಪರಿಮಳಯುಕ್ತವಾಗಿದೆ ಎಂದು ಕಂಡುಬಂದಿದೆ. ನನ್ನ ಮಗನ ಮಗ ನಗುತ್ತಾನೆ

 

ಪರ್ಚಾಯ ಅಷ್ಟಂ ಜ್ಞಾನೋದಯವಾಯಿತು. ವಿದೇಶಕ್ಕೆ ಹೋಗಿ ಹಣ ತಂದುಕೊಡಿ

 

ಸುಳಿಯು ಮುಳುಗುವ ದೋಣಿಯನ್ನು ಮುಳುಗಿಸಿತು. ಅವತಾರಿ ಸುಧಾರಿತ ಟೆರ್ ತಲುಪಿದೆ

 

ಒಂಬತ್ತನೇ ಪರ್ಚಾಯ ವೀರಂ ಕಂಡುಬಂದಿದೆ. ಬಾನಿಸ್ ಬಂದಾಗ, ನಿಮಗೆ ಹೇಗೆ ಹೇಳಲಾಗುತ್ತದೆ||

 

 

ಹತ್ತನೇ ಪರ್ಚಾಯ ಪಾ ಬಿಂಜಾರಾ. ಮಿಶ್ರಿ ಉಪ್ಪು ಎಲ್ಲಾ ಲವಣಯುಕ್ತವಾಯಿತು.

 

ಪರ್ಚಾಯ ಹನ್ನೊಂದು ಕಿರ್ಪಾ ಥಾರಿ. ಉಪ್ಪು ಸಕ್ಕರೆಯಾಯಿತು, ನಂತರ ಎಲ್ಲಾ ||.

 

ಪರ್ಚಾಯ ಅದರ ಮೇಲೆ ಎಡವಿ. ನಿಕಲಾಂಗ್ ನಾಡಿ ಸಿರ್ಜಿ ಪಿಯಾರಿ

 

ಪರ್ಚಾಯ ಹದಿಮೂರನೆಯ ಪಿರ್ ಪರಿ ಬಂದರು. ಲೈಯಾ ಬೌಲ್ ಕಾರ್ಜ್ ಸಾರಾ

 

ಹದಿನಾಲ್ಕನೆಯ ಪರ್ಚಾಯ ಜಭೋ ಪತ್ತೆಯಾಗಿದೆ. ನಿಜ್ಸರ್ ನೀರಿನ ಲವಣವನ್ನು ತಯಾರಿಸಲಾಯಿತು

 

ಪರ್ಚಾಯ ಹದಿನೈದನ್ನು ಮತ್ತೆ ತಿಳಿಸಲಾಯಿತು. ರಾಮ್ ಸರೋವರ್ ಪ್ರಭು ಉತ್ಖನನ ಮಾಡಿದರು

 

ಪರ್ಚಾಯಾಗೆ ಹದಿನಾರು ಹರ್ಬು ಸಿಕ್ಕಿತು. ದರ್ಶ ಪಾಯಾ ತೀವ್ರ ಹರ್ಷಾಯ

 

ಹದಿನೇಳು ಜೀವಗಳನ್ನು ಪಡೆದರು. ಹಾಲು ಮೇಕೆ ಬಂದಿತು

 

ಹ್ಯಾಪಿ ನಾಡಿ ನೀರು. ಸ್ವ-ಜ್ಞಾನ ಹರ್ಜಿ ವಿನಮ್ರ

 

ಪರ್ಚಾಯಾ ಹದಿನೆಂಟನೇ ರಾಜಕುಮಾರರನ್ನು ಕಂಡುಕೊಂಡನು. ಹತ್ತಿ ಭೂಮಿಯನ್ನು ಉರುಳಿಸಿತು.

 

ಪರ್ಚಾಯ ಹತ್ತೊಂಬತ್ತನೇ ಪಕ್ಷವು ಬದುಕಲು ಸಾಧ್ಯವಾಯಿತು. ಪುತ್ರ ಪಾಯ ಮನ ಹರ್ಷಯ

 

ಪರ್ಚಾಯ ಇಪ್ಪತ್ತನೇಯವರು ಸೇಥಾನಿಯನ್ನು ಕಂಡುಕೊಂಡರು. ದೇವರು ಗಡ್ಗಡ್ ಕೇಳಲು ಬಂದಿದ್ದಾನೆ.

 

ತಕ್ಷಣ ಸೇಠ್ ಸರ್ಜೀವನ ಕಿನ್ಹಾ. ಮೇಲಿನ ಬಹಿರಂಗ ಅಭಯ್ ವರ ದಿನ್ಹಾ

 

ಕಂಡುಕೊಂಡ ಪರ್ಚಾಯ ಇಪ್ಪತ್ತೊಂದನೇ ಕಳ್ಳ. ನೀವು ಕಣ್ಣುಮುಚ್ಚಿಕೊಂಡಿದ್ದೀರಿ.

 

ಪರ್ಚಾಯ ಇಪ್ಪತ್ತೆರಡು ಮಿರ್ಜೊ ಚಿಹಾನ್. ಸಾಟೊ ತವಾ ಬೆಡ್ ಪ್ರಭು ದಿನ್ಹಾನ್

 

ಪರ್ಚಾಯ ಇಪ್ಪತ್ತಮೂರನೇ ರಾಜ. ಅವನು ಭಕ್ತನನ್ನು ಹಿಂಸಿಸಲಿಲ್ಲ.

 

ಪರ್ಚಾಯ ಇಪ್ಪತ್ನಾಲ್ಕು ಬಕ್ಷಿಯನ್ನು ಕಂಡುಕೊಂಡನು. ನನ್ನ ಮಗ ಕ್ಷಣದಲ್ಲಿ ಎದ್ದ.

 

ಯಾರು ನೆನಪಿಸಿಕೊಂಡಾಗಲೆಲ್ಲಾ ನಂತರ ನೀವು ಬಂದು ನಿಮ್ಮನ್ನು ನೋಡುತ್ತೀರಿ

 

ಭಕ್ತರು ಟೆರ್ ಟೆರ್ ಕೇಳುತ್ತಿದ್ದರು ಬೆಟ್ಟವನ್ನು ಬೇಗನೆ ಏರಿಸಿ.

 

ಭಗವಾನ್ ಪ್ರಭುವಿನ ಲೀಲಾ ಗ್ರಾಮಗಳ ಜನರು. ಬಯಸಿದ ಹಣ್ಣನ್ನು ಪಡೆಯಿರಿ.

 

ಈ ಚಾಲಿಸಾವನ್ನು ಕೇಳಿ. ತೀವ್ರ ದುಃಖವನ್ನು ಗಮನಿಸಿ.

 

 

 

ಜೈ ಜೈ ಜೈ ಪ್ರಭು ಲೀಲಾ ಧಾರಿ ನಿಮ್ಮ ಮಹಿಮೆ ಹೋಲಿಸಲಾಗದು

 

ಆಗ ನಾನು ಯಾವ ಗುಣಗಳನ್ನು ಹಾಡಬೇಕು|| ಶರದ್ ನಂತಹ ಬುದ್ಧಿವಂತಿಕೆಯನ್ನು ನಾನು ಎಲ್ಲಿಗೆ ತರಬೇಕು||

 

ಬುದ್ಧಿವಂತಿಕೆ ಇಲ್ಲ, ಪ್ರೀತಿ ಕಡಿಮೆ ಪ್ರೀತಿ. ಮಾತಿ ಪ್ರಕಾರ ಚಾಲಿಸಾ ಜಪಿಸಿದರು

 

ನಿಮ್ಮ ಎಲ್ಲಾ ಸೇವಕರು ಆಶ್ರಯದಲ್ಲಿದ್ದಾರೆ. ನನ್ನ ಪ್ರೀತಿಯ ಶಿವ

CHALISA IN KASHMIRI

Kashmiri and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

॥ दोहा ॥

श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय।

कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय॥

द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार।

अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार॥

॥ चौपाई ॥

जय जय रामदेव सुर राया। अजमल पुत्र अनोखी माया॥

विष्णु रूप सुर नर के स्वामी। परम प्रतापी अन्तर्यामी॥

ले अवतार अवनि पर आये। तंवर वंश अवतंश कहाये॥

संत जनों के कारज सारे। दानव दैत्य दुष्ट संहारे॥

परच्या प्रथम पिता को दीन्हा। दूध परीण्डा मांही कीन्हा॥

कुमकुम पद पोली दर्शाये। ज्योंही प्रभु पलने प्रगटाये॥

परचा दूजा जननी पाया। दूध उफणता चरा उठाया॥

परचा तीजा पुरजन पाया। चिथड़ों का घोड़ा ही साया॥

परच्या चौथा भैरव मारा। भक्त जनों का कष्ट निवारा॥

पंचम परच्या रतना पाया। पुंगल जा प्रभु फंद छुड़ाया॥

परच्या छठा विजयसिंह पाया। जला नगर शरणागत आया॥

परच्या सप्तम् सुगना पाया। मुवा पुत्र हंसता भग आया॥

परच्या अष्टम् बौहित पाया। जा परदेश द्रव्य बहु लाया॥

भंवर डूबती नाव उबारी। प्रगत टेर पहुँचे अवतारी॥

नवमां परच्या वीरम पाया। बनियां आ जब हाल सुनाया॥

दसवां परच्या पा बिनजारा। मिश्री बनी नमक सब खारा॥

परच्या ग्यारह किरपा थारी। नमक हुआ मिश्री फिर सारी॥

परच्या द्वादश ठोकर मारी। निकलंग नाड़ी सिरजी प्यारी॥

परच्या तेरहवां पीर परी पधारया। ल्याय कटोरा कारज सारा॥

चौदहवां परच्या जाभो पाया। निजसर जल खारा करवाया॥

परच्या पन्द्रह फिर बतलाया। राम सरोवर प्रभु खुदवाया॥

परच्या सोलह हरबू पाया। दर्श पाय अतिशय हरषाया॥

परच्या सत्रह हर जी पाया। दूध थणा बकरया के आया॥

सुखी नाडी पानी कीन्हों। आत्म ज्ञान हरजी ने दीन्हों॥

परच्या अठारहवां हाकिम पाया। सूते को धरती लुढ़काया॥

परच्या उन्नीसवां दल जी पाया। पुत्र पाय मन में हरषाया॥

परच्या बीसवां पाया सेठाणी। आये प्रभु सुन गदगद वाणी॥

तुरंत सेठ सरजीवण कीन्हा। उक्त उजागर अभय वर दीन्हा॥

परच्या इक्कीसवां चोर जो पाया। हो अन्धा करनी फल पाया॥

परच्या बाईसवां मिर्जो चीहां। सातो तवा बेध प्रभु दीन्हां॥

परच्या तेईसवां बादशाह पाया। फेर भक्त को नहीं सताया॥

परच्या चैबीसवां बख्शी पाया। मुवा पुत्र पल में उठ धाया॥

जब-जब जिसने सुमरण कीन्हां। तब-तब आ तुम दर्शन दीन्हां॥

भक्त टेर सुन आतुर धाते। चढ़ लीले पर जल्दी आते॥

जो जन प्रभु की लीला गावें। मनवांछित कारज फल पावें॥

यह चालीसा सुने सुनावे। ताके कष्ट सकल कट जावे॥

जय जय जय प्रभु लीला धारी। तेरी महिमा अपरम्पारी॥

मैं मूरख क्या गुण तब गाऊँ। कहाँ बुद्धि शारद सी लाऊँ॥

नहीं बुद्धि बल घट लव लेशा। मती अनुसार रची चालीसा॥

दास सभी शरण में तेरी। रखियों प्रभु लज्जा मेरी॥

CHALISA IN KONKANI

Konkani and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

॥ दोहा ॥

श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय।

कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय॥

द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार।

अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार॥

॥ चौपाई ॥

जय जय रामदेव सुर राया। अजमल पुत्र अनोखी माया॥

विष्णु रूप सुर नर के स्वामी। परम प्रतापी अन्तर्यामी॥

ले अवतार अवनि पर आये। तंवर वंश अवतंश कहाये॥

संत जनों के कारज सारे। दानव दैत्य दुष्ट संहारे॥

परच्या प्रथम पिता को दीन्हा। दूध परीण्डा मांही कीन्हा॥

कुमकुम पद पोली दर्शाये। ज्योंही प्रभु पलने प्रगटाये॥

परचा दूजा जननी पाया। दूध उफणता चरा उठाया॥

परचा तीजा पुरजन पाया। चिथड़ों का घोड़ा ही साया॥

परच्या चौथा भैरव मारा। भक्त जनों का कष्ट निवारा॥

पंचम परच्या रतना पाया। पुंगल जा प्रभु फंद छुड़ाया॥

परच्या छठा विजयसिंह पाया। जला नगर शरणागत आया॥

परच्या सप्तम् सुगना पाया। मुवा पुत्र हंसता भग आया॥

परच्या अष्टम् बौहित पाया। जा परदेश द्रव्य बहु लाया॥

भंवर डूबती नाव उबारी। प्रगत टेर पहुँचे अवतारी॥

नवमां परच्या वीरम पाया। बनियां आ जब हाल सुनाया॥

दसवां परच्या पा बिनजारा। मिश्री बनी नमक सब खारा॥

परच्या ग्यारह किरपा थारी। नमक हुआ मिश्री फिर सारी॥

परच्या द्वादश ठोकर मारी। निकलंग नाड़ी सिरजी प्यारी॥

परच्या तेरहवां पीर परी पधारया। ल्याय कटोरा कारज सारा॥

चौदहवां परच्या जाभो पाया। निजसर जल खारा करवाया॥

परच्या पन्द्रह फिर बतलाया। राम सरोवर प्रभु खुदवाया॥

परच्या सोलह हरबू पाया। दर्श पाय अतिशय हरषाया॥

परच्या सत्रह हर जी पाया। दूध थणा बकरया के आया॥

सुखी नाडी पानी कीन्हों। आत्म ज्ञान हरजी ने दीन्हों॥

परच्या अठारहवां हाकिम पाया। सूते को धरती लुढ़काया॥

परच्या उन्नीसवां दल जी पाया। पुत्र पाय मन में हरषाया॥

परच्या बीसवां पाया सेठाणी। आये प्रभु सुन गदगद वाणी॥

तुरंत सेठ सरजीवण कीन्हा। उक्त उजागर अभय वर दीन्हा॥

परच्या इक्कीसवां चोर जो पाया। हो अन्धा करनी फल पाया॥

परच्या बाईसवां मिर्जो चीहां। सातो तवा बेध प्रभु दीन्हां॥

परच्या तेईसवां बादशाह पाया। फेर भक्त को नहीं सताया॥

परच्या चैबीसवां बख्शी पाया। मुवा पुत्र पल में उठ धाया॥

जब-जब जिसने सुमरण कीन्हां। तब-तब आ तुम दर्शन दीन्हां॥

भक्त टेर सुन आतुर धाते। चढ़ लीले पर जल्दी आते॥

जो जन प्रभु की लीला गावें। मनवांछित कारज फल पावें॥

यह चालीसा सुने सुनावे। ताके कष्ट सकल कट जावे॥

जय जय जय प्रभु लीला धारी। तेरी महिमा अपरम्पारी॥

मैं मूरख क्या गुण तब गाऊँ। कहाँ बुद्धि शारद सी लाऊँ॥

नहीं बुद्धि बल घट लव लेशा। मती अनुसार रची चालीसा॥

दास सभी शरण में तेरी। रखियों प्रभु लज्जा मेरी॥

CHALISA IN MAITHILI

Maithili and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

॥ दोहा ॥

श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय।

कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय॥

द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार।

अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार॥

॥ चौपाई ॥

जय जय रामदेव सुर राया। अजमल पुत्र अनोखी माया॥

विष्णु रूप सुर नर के स्वामी। परम प्रतापी अन्तर्यामी॥

ले अवतार अवनि पर आये। तंवर वंश अवतंश कहाये॥

संत जनों के कारज सारे। दानव दैत्य दुष्ट संहारे॥

परच्या प्रथम पिता को दीन्हा। दूध परीण्डा मांही कीन्हा॥

कुमकुम पद पोली दर्शाये। ज्योंही प्रभु पलने प्रगटाये॥

परचा दूजा जननी पाया। दूध उफणता चरा उठाया॥

परचा तीजा पुरजन पाया। चिथड़ों का घोड़ा ही साया॥

परच्या चौथा भैरव मारा। भक्त जनों का कष्ट निवारा॥

पंचम परच्या रतना पाया। पुंगल जा प्रभु फंद छुड़ाया॥

परच्या छठा विजयसिंह पाया। जला नगर शरणागत आया॥

परच्या सप्तम् सुगना पाया। मुवा पुत्र हंसता भग आया॥

परच्या अष्टम् बौहित पाया। जा परदेश द्रव्य बहु लाया॥

भंवर डूबती नाव उबारी। प्रगत टेर पहुँचे अवतारी॥

नवमां परच्या वीरम पाया। बनियां आ जब हाल सुनाया॥

दसवां परच्या पा बिनजारा। मिश्री बनी नमक सब खारा॥

परच्या ग्यारह किरपा थारी। नमक हुआ मिश्री फिर सारी॥

परच्या द्वादश ठोकर मारी। निकलंग नाड़ी सिरजी प्यारी॥

परच्या तेरहवां पीर परी पधारया। ल्याय कटोरा कारज सारा॥

चौदहवां परच्या जाभो पाया। निजसर जल खारा करवाया॥

परच्या पन्द्रह फिर बतलाया। राम सरोवर प्रभु खुदवाया॥

परच्या सोलह हरबू पाया। दर्श पाय अतिशय हरषाया॥

परच्या सत्रह हर जी पाया। दूध थणा बकरया के आया॥

सुखी नाडी पानी कीन्हों। आत्म ज्ञान हरजी ने दीन्हों॥

परच्या अठारहवां हाकिम पाया। सूते को धरती लुढ़काया॥

परच्या उन्नीसवां दल जी पाया। पुत्र पाय मन में हरषाया॥

परच्या बीसवां पाया सेठाणी। आये प्रभु सुन गदगद वाणी॥

तुरंत सेठ सरजीवण कीन्हा। उक्त उजागर अभय वर दीन्हा॥

परच्या इक्कीसवां चोर जो पाया। हो अन्धा करनी फल पाया॥

परच्या बाईसवां मिर्जो चीहां। सातो तवा बेध प्रभु दीन्हां॥

परच्या तेईसवां बादशाह पाया। फेर भक्त को नहीं सताया॥

परच्या चैबीसवां बख्शी पाया। मुवा पुत्र पल में उठ धाया॥

जब-जब जिसने सुमरण कीन्हां। तब-तब आ तुम दर्शन दीन्हां॥

भक्त टेर सुन आतुर धाते। चढ़ लीले पर जल्दी आते॥

जो जन प्रभु की लीला गावें। मनवांछित कारज फल पावें॥

यह चालीसा सुने सुनावे। ताके कष्ट सकल कट जावे॥

जय जय जय प्रभु लीला धारी। तेरी महिमा अपरम्पारी॥

मैं मूरख क्या गुण तब गाऊँ। कहाँ बुद्धि शारद सी लाऊँ॥

नहीं बुद्धि बल घट लव लेशा। मती अनुसार रची चालीसा॥

दास सभी शरण में तेरी। रखियों प्रभु लज्जा मेरी॥

CHALISA IN MALAYALAM

|| ദോഹ ||

 

ശ്രീ ഗുരുവിന് പ്രണാമം അർപ്പിക്കുക, ഗണേഷ് വീഴുക.

 

കതുൻ രാംദേവ് വിമൽ യാഷ്, ശ്രവിച്ച സിൻ വിൻഷെ

 

വാതിൽ മുടിയിൽ നിന്ന് വന്ന മനുജ അവതാർ.

 

അജ്മൽ ഗെ ബാദവാന, ജയ് ലോകത്തെ സന്തോഷിപ്പിക്കുന്നു.

 

|| അതിർത്തി ||

 

ജയ് ജയ് രാംദേവ് സുർ റായ. അജ്മൽ മകൻ അനോഖി മായ

 

വിഷ്ണു രൂപത്തിന്റെ പ്രഭു സുർ നാർ. പരമോന്നത മഹത്വം ||

 

ലെ അവതാർ അവ്‌നിയിൽ വന്നു. തൻവർ രാജവംശം എവിടെയാണ്

 

എല്ലാം വിശുദ്ധന്മാർ മൂലമാണ്. ഡെമോൺ മോൺസ്റ്റർ റോഗ് കോഡ്

 

ആദ്യ പിതാവിന് പാർച്ചയ ദിൻ‌ഹ. പാൽ പരിന്ദ മഹാനി കിനാഹ

 

കുംകം പൂജ്യം പോളി കാണിക്കുക. കർത്താവ് വെളിപ്പെടുത്തിയ ഉടൻ

 

പാർച്ച ദുജ ജനാനിയെ കണ്ടെത്തി. ഉയർത്തിയ പാൽ ount ദാര്യം

 

കയ്യിൽ ഒരു കൈ ലഭിച്ചു. തുണിക്കഷണത്തിന്റെ നിഴൽ

 

പാർച്ചയ നാലാമത്തെ ഭൈരവനെ വധിച്ചു. ഭക്തരുടെ കഷ്ടത

 

അഞ്ചാമത്തെ പാർച്ചായ രത്‌ന കണ്ടെത്തി. പുങ്കൽ ജാ പ്രഭു ഫന്ദ് പ്രസവിച്ചു

 

ആറാമത്തെ വിജയ് സിങ്ങിനെ പാർച്ചായയ്ക്ക് ലഭിച്ചു. ജല നഗർ അഭയാർത്ഥി വന്നു.

 

പാർച്ചയ ഏഴാമൻ സുഗന്ധമുള്ളതായി കണ്ടെത്തി. എന്റെ മകന്റെ മകൻ ചിരിക്കുന്നു

 

പാർച്ചായ അഷ്ടത്തെ പ്രബുദ്ധരായി കണ്ടെത്തി. വിദേശത്തേക്ക് പോയി പണം കൊണ്ടുവരിക

 

മുങ്ങിക്കൊണ്ടിരിക്കുന്ന ബോട്ടിൽ ചുഴി മുങ്ങി. അവതാരി വിപുലമായ ടെറിലെത്തി

 

ഒൻപതാമത്തെ പാർച്ചായ വീരം കണ്ടെത്തി. ബാനിസ് വരുമ്പോൾ, നിങ്ങളോട് എങ്ങനെ പറയും||

 

പത്താമത്തെ പാർച്ചായ പാ ബിൻജാര. മിശ്ര ഉപ്പുവെള്ളമായി മാറി.

 

പാർചായ പതിനൊന്ന് കിർപ താരി. ഉപ്പ് പഞ്ചസാരയായി, പിന്നെ എല്ലാം ||.

 

പാർചായ അതിൽ ഇടറി. നിക്കലാങ് നാഡി സിർജി പ്യാരി

 

പാർച്ചയ പതിമൂന്നാമത് പിർ പാരി എത്തി. ലയ ബൗൾ കാർജ് സാറ

 

പതിന്നാലാമത്തെ പാർച്ചയ ജാബോയെ കണ്ടെത്തി. നിജ്‌സർ വാട്ടർ സലൈൻ ഉണ്ടാക്കി

 

പാർച്ചായ പതിനഞ്ചുകാരനോട് വീണ്ടും പറഞ്ഞു. രാം സരോവർ പ്രഭു ഖനനം നടത്തി

 

പാർചായ പതിനാറ് ഹർബുവിനെ കണ്ടെത്തി. ദർശ പായ എക്‌സ്ട്രീം ഹർഷയ

 

പതിനേഴ് ജീവിതങ്ങൾ ലഭിച്ചു. ആടിൽ നിന്നാണ് പാൽ വന്നത്

 

സന്തോഷകരമായ നാദി വെള്ളം. ആത്മജ്ഞാനം ഹാർജി വിനീതനായി

 

പാർച്ചായ പതിനെട്ടാം രാജകുമാരന്മാരെ കണ്ടെത്തി. പരുത്തി ഭൂമിയിൽ ഉരുട്ടി.

 

പാർചായ പത്തൊൻപതാം പാർട്ടിക്ക് ജീവിക്കാൻ കഴിഞ്ഞു. പുത്ര പായ മന ഹർഷയ

 

പാർച്ചയ ഇരുപതാമത് സേഥാനിയെ കണ്ടെത്തി. ദൈവം ഗഡ്ഗഡ് കേൾക്കാൻ വന്നിരിക്കുന്നു.

 

ഉടനെ സേത്ത് സർജിവാന കിൻഹ. മുകളിൽ തുറന്നുകാട്ടിയ അഭയ് വര ദിൻ‌ഹ

 

കണ്ടെത്തിയ ഇരുപത്തിയൊന്നാമത്തെ കള്ളൻ. നിങ്ങൾ കണ്ണടച്ചു.

 

പാർചായ ഇരുപത്തിരണ്ടാം മിർസോ ചിഹാൻ. സതോ തവാ ബെഡ് പ്രഭു ദിൻ‌ഹാൻ

 

ഇരുപത്തിമൂന്നാമത്തെ രാജാവായിരുന്നു പാർച്ചായ. അദ്ദേഹം ഭക്തനെ ഉപദ്രവിച്ചില്ല.

 

പാർച്ചായ ഇരുപത്തിനാലാം ബക്ഷിയെ കണ്ടെത്തി. എന്റെ മകൻ നിമിഷം എഴുന്നേറ്റു.

 

 

 

ആരെങ്കിലും ഓർമിക്കുമ്പോഴെല്ലാം അപ്പോൾ നിങ്ങൾ വന്നു നിങ്ങളെ കാണും

 

ഭക്തർ ടെർ ടെർ കേൾക്കാറുണ്ടായിരുന്നു വേഗത്തിൽ മല കയറുക.

 

പ്രഭുവിന്റെ ലീല ഗ്രാമങ്ങളായ ആളുകൾ. ആവശ്യമുള്ള ഫലം നേടുക.

 

ഈ ചാലിസ ശ്രദ്ധിക്കൂ. കടുത്ത ദുരിതത്തിലേക്ക് ഉറ്റുനോക്കുക.

 

ജയ് ജയ് ജയ് പ്രഭു ലീല ധാരി നിങ്ങളുടെ മഹത്വം സമാനതകളില്ലാത്തതാണ്

 

അപ്പോൾ ഞാൻ എന്ത് ഗുണങ്ങൾ പാടണം|| ശരദ് പോലുള്ള ജ്ഞാനം ഞാൻ എവിടെ കൊണ്ടുവരണം||

 

ജ്ഞാനമില്ല, സ്നേഹം കുറവ് സ്നേഹമാണ്. മതി അനുസരിച്ച് ചാലിസ മന്ത്രിച്ചു

 

നിങ്ങളുടെ എല്ലാ ദാസന്മാരും അഭയകേന്ദ്രത്തിൽ. എന്റെ പ്രിയ ശിവൻ

CHALISA IN MEITEI

Meitei and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

॥ दोहा ॥

श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय।

कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय॥

द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार।

अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार॥

॥ चौपाई ॥

जय जय रामदेव सुर राया। अजमल पुत्र अनोखी माया॥

विष्णु रूप सुर नर के स्वामी। परम प्रतापी अन्तर्यामी॥

ले अवतार अवनि पर आये। तंवर वंश अवतंश कहाये॥

संत जनों के कारज सारे। दानव दैत्य दुष्ट संहारे॥

परच्या प्रथम पिता को दीन्हा। दूध परीण्डा मांही कीन्हा॥

कुमकुम पद पोली दर्शाये। ज्योंही प्रभु पलने प्रगटाये॥

परचा दूजा जननी पाया। दूध उफणता चरा उठाया॥

परचा तीजा पुरजन पाया। चिथड़ों का घोड़ा ही साया॥

परच्या चौथा भैरव मारा। भक्त जनों का कष्ट निवारा॥

पंचम परच्या रतना पाया। पुंगल जा प्रभु फंद छुड़ाया॥

परच्या छठा विजयसिंह पाया। जला नगर शरणागत आया॥

परच्या सप्तम् सुगना पाया। मुवा पुत्र हंसता भग आया॥

परच्या अष्टम् बौहित पाया। जा परदेश द्रव्य बहु लाया॥

भंवर डूबती नाव उबारी। प्रगत टेर पहुँचे अवतारी॥

नवमां परच्या वीरम पाया। बनियां आ जब हाल सुनाया॥

दसवां परच्या पा बिनजारा। मिश्री बनी नमक सब खारा॥

परच्या ग्यारह किरपा थारी। नमक हुआ मिश्री फिर सारी॥

परच्या द्वादश ठोकर मारी। निकलंग नाड़ी सिरजी प्यारी॥

परच्या तेरहवां पीर परी पधारया। ल्याय कटोरा कारज सारा॥

चौदहवां परच्या जाभो पाया। निजसर जल खारा करवाया॥

परच्या पन्द्रह फिर बतलाया। राम सरोवर प्रभु खुदवाया॥

परच्या सोलह हरबू पाया। दर्श पाय अतिशय हरषाया॥

परच्या सत्रह हर जी पाया। दूध थणा बकरया के आया॥

सुखी नाडी पानी कीन्हों। आत्म ज्ञान हरजी ने दीन्हों॥

परच्या अठारहवां हाकिम पाया। सूते को धरती लुढ़काया॥

परच्या उन्नीसवां दल जी पाया। पुत्र पाय मन में हरषाया॥

परच्या बीसवां पाया सेठाणी। आये प्रभु सुन गदगद वाणी॥

तुरंत सेठ सरजीवण कीन्हा। उक्त उजागर अभय वर दीन्हा॥

परच्या इक्कीसवां चोर जो पाया। हो अन्धा करनी फल पाया॥

परच्या बाईसवां मिर्जो चीहां। सातो तवा बेध प्रभु दीन्हां॥

परच्या तेईसवां बादशाह पाया। फेर भक्त को नहीं सताया॥

परच्या चैबीसवां बख्शी पाया। मुवा पुत्र पल में उठ धाया॥

जब-जब जिसने सुमरण कीन्हां। तब-तब आ तुम दर्शन दीन्हां॥

भक्त टेर सुन आतुर धाते। चढ़ लीले पर जल्दी आते॥

जो जन प्रभु की लीला गावें। मनवांछित कारज फल पावें॥

यह चालीसा सुने सुनावे। ताके कष्ट सकल कट जावे॥

जय जय जय प्रभु लीला धारी। तेरी महिमा अपरम्पारी॥

मैं मूरख क्या गुण तब गाऊँ। कहाँ बुद्धि शारद सी लाऊँ॥

नहीं बुद्धि बल घट लव लेशा। मती अनुसार रची चालीसा॥

दास सभी शरण में तेरी। रखियों प्रभु लज्जा मेरी॥

CHALISA IN MARATHI

Marathi and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

 

|| दोहा॥

 

श्रीगुरूला नमन करा, गणपती पडा.

 

कथुन रामदेव विमल यश, ऐकले पाप विनय

 

दरवाजाच्या केसातून आलेला मनुजा अवतार.

 

अजमल गे बधावना, जय जगातील जयकार.

 

|| चौकार ||

 

जय जय रामदेव सूर राया। अजमल पुत्र अनोखी माया॥

 

विष्णू रूप सूर नरांचा भगवान। सर्वोच्च महिमा ||

 

अवनीवर ले अवतार आला. तंवर राजवंश कोठे आहे

 

सर्व संतांमुळे. राक्षस दुष्ट कोड कोड॥

 

परचया दिन्हा ते पहिले वडील. दुध परांदा महानि किन्हा॥

 

कुमकुम श्लोक पोळी दाखवा. प्रभु प्रकट होताच

 

परचा दुजा जनानी सापडला। उधळले दुधें॥

 

हातात हात आला. चिंधीचा सावली

 

परचयाने चौथ्या भैरवाचा वध केला. भक्तांचा त्रास

 

पाचवा परचा रत्न सापडला. पुंगल जा प्रभु फंद यांनी केले

 

परचयाला सहावा विजयसिंह मिळाला. जाला नगर निर्वासित आले.

 

पारचा आठवा सुवासिक असल्याचे आढळले. माझ्या मुलाचा मुलगा हसतो

 

परचा अष्टम प्रबुद्ध आढळला. परदेशात जा पैसे मिळवा

 

भोव्याने बुडणारी बोट बुडविली. अवतार प्रगत टेर गाठला

 

नववा परचा वीरम सापडला. जेव्हा बॅनिस येते, तेव्हा तुम्हाला कसे सांगितले जाते||

 

दहावा परचया पा बिंजारा. मिश्री मीठ बनली सर्व खार.

 

परचया अकरा कीर्पा थारी। मीठ साखर बनले, नंतर सर्व ||.

 

परचया त्यावर अडखळला. निकलांग नाडी सिरजी प्यारी॥

 

परचा तेरावा पीर परी आला। लैया वाटी कारज सारा॥

 

चौदावा पारचा जभो सापडला. निजसर पाण्याची खारा केली॥

 

परत पंधराला सांगितले. राम सरोवर प्रभू उत्खनन केले

 

परचयाला सोळा हरबु सापडला. दर्श पाया चरम हर्षया॥

 

सतरा जीव मिळाले. बोकडातून दूध आले

 

आनंदी नाडी पाणी। आत्मज्ञान हरजी नम्र झाला

 

परचया यांना अठरावे राजपुत्र सापडले. कापसाने पृथ्वी फिरविली.

 

पारचा एकोणिसावा पक्ष जगू शकला. पुत्र पया मन हर्षया॥

 

पंचव्या विसाव्या सेठणी। देव गाडगड ऐकायला आला आहे.

 

त्वरित सेठ सर्जीवन किन्हा। उपरोक्त उघड अभय वर दिनहा॥

 

पर्चाया आला एकवीसा चोराला। आपण डोळे बांधलेले आहात.

 

परचाया बावीस मिरजो चिहान. सतो तव बेध प्रभु दिन्हां

 

पारचा तेवीसावा राजा होता. त्याने भक्ताचा छळ केला नाही.

 

पार्चाया चोवीसाव्या बक्षीला सापडला. माझा मुलगा क्षणार्धात उठला.

 

ज्याला कधी आठवते मग आपण येऊन तुम्हाला भेटाल

 

भक्त तेर तेरा ऐकत असत पटकन टेकडीवर चढ.

 

भगवान प्रभूची लीला खेडे असलेले लोक. इच्छित इच्छित फळ मिळवा.

 

ऐका चाळीसा। स्थूल दु: खाकडे पहा.

 

जय जय जय प्रभु लीला धारी तुझा वैभव अतुलनीय आहे

 

तेव्हा मी कोणते गुण गावे|| मी शरदसारखे शहाणपण कोठून आणू||

 

शहाणपण नाही, प्रेम कमी प्रेम आहे. चाळीस मातीनुसार जप केला

 

तुमच्या सर्व सेवकांच्या निवारा. माझ्या प्रिय भगवान शिव

CHALISA IN NEPALI

Nepali and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

 

॥ दोहा ॥

श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय।

कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय॥

द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार।

अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार॥

॥ चौपाई ॥

जय जय रामदेव सुर राया। अजमल पुत्र अनोखी माया॥

विष्णु रूप सुर नर के स्वामी। परम प्रतापी अन्तर्यामी॥

ले अवतार अवनि पर आये। तंवर वंश अवतंश कहाये॥

संत जनों के कारज सारे। दानव दैत्य दुष्ट संहारे॥

परच्या प्रथम पिता को दीन्हा। दूध परीण्डा मांही कीन्हा॥

कुमकुम पद पोली दर्शाये। ज्योंही प्रभु पलने प्रगटाये॥

परचा दूजा जननी पाया। दूध उफणता चरा उठाया॥

परचा तीजा पुरजन पाया। चिथड़ों का घोड़ा ही साया॥

परच्या चौथा भैरव मारा। भक्त जनों का कष्ट निवारा॥

पंचम परच्या रतना पाया। पुंगल जा प्रभु फंद छुड़ाया॥

परच्या छठा विजयसिंह पाया। जला नगर शरणागत आया॥

परच्या सप्तम् सुगना पाया। मुवा पुत्र हंसता भग आया॥

परच्या अष्टम् बौहित पाया। जा परदेश द्रव्य बहु लाया॥

भंवर डूबती नाव उबारी। प्रगत टेर पहुँचे अवतारी॥

नवमां परच्या वीरम पाया। बनियां आ जब हाल सुनाया॥

दसवां परच्या पा बिनजारा। मिश्री बनी नमक सब खारा॥

परच्या ग्यारह किरपा थारी। नमक हुआ मिश्री फिर सारी॥

परच्या द्वादश ठोकर मारी। निकलंग नाड़ी सिरजी प्यारी॥

परच्या तेरहवां पीर परी पधारया। ल्याय कटोरा कारज सारा॥

चौदहवां परच्या जाभो पाया। निजसर जल खारा करवाया॥

परच्या पन्द्रह फिर बतलाया। राम सरोवर प्रभु खुदवाया॥

परच्या सोलह हरबू पाया। दर्श पाय अतिशय हरषाया॥

परच्या सत्रह हर जी पाया। दूध थणा बकरया के आया॥

सुखी नाडी पानी कीन्हों। आत्म ज्ञान हरजी ने दीन्हों॥

परच्या अठारहवां हाकिम पाया। सूते को धरती लुढ़काया॥

परच्या उन्नीसवां दल जी पाया। पुत्र पाय मन में हरषाया॥

परच्या बीसवां पाया सेठाणी। आये प्रभु सुन गदगद वाणी॥

तुरंत सेठ सरजीवण कीन्हा। उक्त उजागर अभय वर दीन्हा॥

परच्या इक्कीसवां चोर जो पाया। हो अन्धा करनी फल पाया॥

परच्या बाईसवां मिर्जो चीहां। सातो तवा बेध प्रभु दीन्हां॥

परच्या तेईसवां बादशाह पाया। फेर भक्त को नहीं सताया॥

परच्या चैबीसवां बख्शी पाया। मुवा पुत्र पल में उठ धाया॥

जब-जब जिसने सुमरण कीन्हां। तब-तब आ तुम दर्शन दीन्हां॥

भक्त टेर सुन आतुर धाते। चढ़ लीले पर जल्दी आते॥

जो जन प्रभु की लीला गावें। मनवांछित कारज फल पावें॥

यह चालीसा सुने सुनावे। ताके कष्ट सकल कट जावे॥

जय जय जय प्रभु लीला धारी। तेरी महिमा अपरम्पारी॥

मैं मूरख क्या गुण तब गाऊँ। कहाँ बुद्धि शारद सी लाऊँ॥

नहीं बुद्धि बल घट लव लेशा। मती अनुसार रची चालीसा॥

दास सभी शरण में तेरी। रखियों प्रभु लज्जा मेरी॥

CHALISA IN ODIA

|| ଦୋହା।

 

ଶ୍ରୀ ଗୁରୁଙ୍କୁ ପ୍ରଣାମ କର, ଗଣେଶ ପତନ |

 

କାଥୁନ୍ ରାମଦେବ ଭୀମଲ ଯଶ, ଶୁଣିବାକୁ ପାପ ବିନ୍ଶାୟ |

 

ମନୁଜା ଅବତାର, କବାଟ କେଶରୁ ଆସି |

 

ଅଜମଲ ଗେ ବାଦଭାନା, ଜୟ ଦୁନିଆରେ ଖୁସି |

|| ସୀମା ||

 

ଜୟ ଜୟ ରାମଦେବ ସୁର ରାୟ। ଅଜମଲ ପୁଅ ଅନୋକି ମାୟା।

 

ବିଷ୍ଣୁ ରୂପ ସୁର ନାର ପ୍ରଭୁ | ସର୍ବୋଚ୍ଚ ମହିମା ||

 

ଲେ ଅବତାର ଅବନୀରେ ଆସିଥିଲା ​​| ତନୱାର୍ ରାଜବଂଶ କେଉଁଠାରେ ଅଛି |

 

ସାଧୁମାନଙ୍କ ଯୋଗୁଁ ସମସ୍ତ | ଭୂତ ରାକ୍ଷସ ରୋଗ କୋଡ୍।

 

ପାରଳା ଦିନା ପ୍ରଥମ ପିତାଙ୍କୁ | କ୍ଷୀର ପ୍ୟାରୀଣ୍ଡା ମହାନି କିନା।

 

କୁମ୍କୁମ୍ ପଦ ପଲି ଦେଖାନ୍ତୁ | ପ୍ରଭୁ ପ୍ରକାଶ କରିବା ମାତ୍ରେ |

 

ପାରଳା ଦୁଜା ଜାନାନୀଙ୍କୁ ମିଳିଥିଲା ​​| ବୃଦ୍ଧି ହୋଇଥିବା କ୍ଷୀର ଅନୁଦାନ b

 

ହାତରେ ଏକ ହାତ ଅଛି | ରଂଗର ଛାୟା |

 

ପାରଳା ଚତୁର୍ଥ ଭ ir ରବଙ୍କୁ ହତ୍ୟା କଲା। ଭକ୍ତମାନଙ୍କର ଯନ୍ତ୍ରଣା |

 

ପଞ୍ଚମ ପାରଳା ରତ୍ନ ପାଇଲେ | ପୁଙ୍ଗଲ ଜା ପ୍ରଭାସ ଫାଣ୍ଡ ବିତରଣ କରିଥିଲେ |

 

ପାରଳା ଷଷ୍ଠ ବିଜୟ ସିଂ ପାଇଥିଲେ। ଜାଲା ନାଗର ଶରଣାର୍ଥୀ ଆସିଥିଲେ।

 

ପାରଳା ସପ୍ତମ ସୁଗନ୍ଧିତ ବୋଲି ଜଣାପଡିଛି। ମୋ ପୁଅର ପୁଅ ହସୁଛି |

 

ପାରଳା ଅଷ୍ଟମଙ୍କୁ ଆଲୋକିତ କରାଯାଇଥିଲା | ବିଦେଶକୁ ଟଙ୍କା ଆଣ |

 

ଭର୍ଟେକ୍ସ ବୁଡ଼ି ଯାଉଥିବା ଡଙ୍ଗାକୁ ବୁଡ଼ାଇ ଦେଲା। ଅବତାର ଉନ୍ନତ ଟେରରେ ପହଞ୍ଚିଲା |

 

ନବମ ପାରଳା ଭେରାମ ପାଇଲେ | ଯେତେବେଳେ ବାନି ଆସେ, ତୁମକୁ କିପରି କୁହାଯାଏ||

 

ଦଶମ ପାରଳା ପା ବିଞ୍ଜାରା | ମିଶ୍ର ସମସ୍ତ ଲୁଣିଆ ହୋଇଗଲା |

 

ପାରଳା ଏକାଦଶ କିର୍ପା ଥାରୀ | ଲୁଣ ଚିନି ହୋଇଗଲା, ତା’ପରେ ସମସ୍ତ || |

 

ପାରଳା ଏହା ଉପରେ umble ୁଣ୍ଟିଗଲେ | ନିକଲାଙ୍ଗ ନାଡି ସିରଜୀ ପ୍ୟାରୀ।

 

ପାରଳା ତ୍ରୟୋଦଶ ପିର ପ୍ୟାରୀ ପହଞ୍ଚିଥିଲେ | ଲାୟା ପାତ୍ର କାର୍ଜ ସାରା।

 

ଚତୁର୍ଦ୍ଦଶ ପାରଳା ଜାବୋ ମିଳିଲା | ନିଜସର ଜଳ ସାଲାଇନ୍ ତିଆରି କରାଯାଇଥିଲା।

 

ପାରଳା ପନ୍ଦର ଜଣଙ୍କୁ ପୁଣି କୁହାଗଲା | ରାମ ସରୋବର ପ୍ରଭାସ ଖନନ କରିଥିଲେ

 

ପାରଳା ଷୋହଳ ହରବୁ ପାଇଲେ | ଦର୍ଶନ ପାୟା ଅତ୍ୟଧିକ ହରସାୟ ya

 

ସତର ଜୀବନ ପାଇଛି | ଛେଳିରୁ କ୍ଷୀର ଆସିଲା |

 

ଖୁସି ନାଡି ପାଣି | ଆତ୍ମଜ୍ ାନ ହରଜୀ ନମ୍ର ହେଲେ |

 

ପାରଳା ଅଷ୍ଟାଦଶ ରାଜକୁମାରଙ୍କୁ ପାଇଲେ। କପା ପୃଥିବୀକୁ ଗଡ଼ିଗଲା।

 

ପାରଳା nin ନବିଂଶ ପାର୍ଟୀ ବଞ୍ଚିବାକୁ ସକ୍ଷମ ହୋଇଥିଲା। ପୁତ୍ର ପାୟା ମାନ ହର୍ଷାୟା।

 

ପାରଳା ବିଂଶତମ ସେଟାନୀଙ୍କୁ ପାଇଲେ | ଭଗବାନ ଗଡଗଡ ଶୁଣିବାକୁ ଆସିଛନ୍ତି।

 

ସଙ୍ଗେ ସଙ୍ଗେ ସେଥ୍ ସରଜୀବନା କିନ୍ହା | ଉପରୋକ୍ତ ଉନ୍ମୋଚିତ ଅଭୟ ଭାରା ଦିନା।

 

ପାରଳା ଏକବିଂଶ ଚୋର ଯିଏ ପାଇଲା | ତୁମେ ଆଖି ବୁଜି ଦେଇଛ |

 

ପାରଚୟା ବାଇଶି ସେକେଣ୍ଡ ମିରଜୋ ଚିହାନ |

 

ପାରଚୟ ଏକବିଂଶ ରାଜା ଥିଲେ। ସେ ଭକ୍ତଙ୍କୁ ତାଡ଼ନା କରି ନ ଥିଲେ।

 

ପାରଚୟା ଚବିଶ ଚତୁର୍ଥ ବକ୍ସିଙ୍କୁ ପାଇଲେ | ମୋ ପୁଅ ମୁହୂର୍ତ୍ତରେ ଉଠିଲା |

 

ଯେବେ ବି ଯିଏ ମନେ ରଖେ | ତା’ପରେ ତୁମେ ଆସି ତୁମକୁ ଦେଖିବ |

 

ଭକ୍ତମାନେ ଟେର୍ ଟେର୍ ଶୁଣୁଥିଲେ | ଶୀଘ୍ର ପାହାଡ ଉପରକୁ ଚ .ନ୍ତୁ |

 

ଯେଉଁମାନେ ପ୍ରଭୁ ପ୍ରଭୁଙ୍କ ଲୀଲା ଗ୍ରାମ ଅଟନ୍ତି | ଇଚ୍ଛାକୃତ ଫଳ ପାଆନ୍ତୁ |

 

ଏହି ଚଲିସା ଶୁଣ | ଚରମ ଦୁ y ଖକୁ ଦେଖ |

 

ଜୟ ଜୟ ଜୟ ପ୍ରଭାସ ଲୀଲା ଧାରୀ | ତୁମର ଗ  ରବ ତୁଳନାତ୍ମକ ନୁହେଁ |

 

ମୁଁ ସେତେବେଳେ କେଉଁ ଗୁଣ ଗାଇବା ଉଚିତ୍|| ମୁଁ ଶରଦଙ୍କ ପରି ଜ୍ଞାନ କେଉଁଠୁ ଆଣିବି||

 

କ ଣସି ଜ୍ଞାନ ନାହିଁ, ପ୍ରେମ କମ୍ ପ୍ରେମ ଅଟେ | ମାଲିଙ୍କ ଅନୁଯାୟ ଚଲିସା ଜପ କରିଥିଲେ

 

ତୁମର ସମସ୍ତ ସେବକ ଆଶ୍ରୟସ୍ଥଳୀରେ | ମୋର ପ୍ରିୟ ଭଗବାନ ଶିବ |

CHALISA IN PUNJABI

|| ਦੋਹਾ॥

 

ਸ਼੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਜੀ ਨੂੰ ਮੱਥਾ ਟੇਕੋ, ਗਣੇਸ਼ ਗਿਰਾਓ.

 

ਕਠੂਨ ਰਾਮਦੇਵ ਵਿਮਲ ਯਸ਼, ਸੁਣਿਆ ਪਾਪ ਵਿਨਸ਼ਯ

 

ਮਨੂਜਾ ਅਵਤਾਰ, ਦਰਵਾਜ਼ੇ ਦੇ ਵਾਲਾਂ ਤੋਂ ਆਇਆ ਹੋਇਆ ਹੈ.

 

ਅਜਮਲ ਗੇਹ ਬਧਵਾਨਾ, ਜੈ ਜੈਕਾਰੇ ਦੁਨੀਆ ਵਿਚ.

|| ਚੌਪਾਈ   ||

 

ਜੈ ਜੈ ਰਾਮਦੇਵ ਸੁਰ ਰਾਇਆ। ਅਜਮਲ ਪੁੱਤਰ ਅਨੋਖੀ ਮਾਇਆ॥

 

ਭਗਵਾਨ ਵਿਸ਼ਨੂੰ ਰੂਪ ਸੁਰ ਨਰ। ਸੁਪਰੀਮ ਮਹਿਮਾ.

 

ਲੀ ਅਵਤਾਰ ਅਵਨੀ ਤੇ ਆਇਆ। ਕਿੱਥੇ ਹੈ ਤੰਵਰ ਰਾਜਵੰਸ਼

 

ਸਭ ਸੰਤਾਂ ਕਰਕੇ। ਦਾਨਵ ਰਾਖਸ਼ ਰੋਗ ਕੋਡ॥

 

ਪਹਿਲੇ ਪਿਤਾ ਨੂੰ ਪਰਚਾ ਦਿਹਾੜਾ. ਦੁੱਧ ਪਰਾਂਦਾ ਮਹਾਂ ਕੀਨਾਹਾ॥

 

ਕੁਮਕੁਮ ਆਇਤ ਨੂੰ ਪੋਲੀ ਦਿਖਾਓ. ਜਿਵੇਂ ਹੀ ਪ੍ਰਭੂ ਨੇ ਪ੍ਰਗਟ ਕੀਤਾ

 

ਪਰਚਾ ਦੂਜਾ ਜਾਨੀ ਪਾਇਆ ਗਿਆ। ਪਾਲਿਆ ਦੁੱਧ ਦੀ ਦਾਤ॥

 

ਹੱਥ ਵਿਚ ਹੱਥ ਪਾਇਆ। ਰਾਗ ਦਾ ਪਰਛਾਵਾਂ

 

ਪਰਚਾਏ ਨੇ ਚੌਥੇ ਭੈਰਵ ਦਾ ਕਤਲ ਕਰ ਦਿੱਤਾ। ਭਗਤਾਂ ਦਾ ਦੁੱਖ

 

ਪੰਜਵਾਂ ਪਾਰਕਿਆ ਰਤਨ ਮਿਲਿਆ। ਪੰਗਲ ਜਾ ਪ੍ਰਭ ਫੰਦ ਨੇ ਦਿੱਤੀ

 

ਪਰਚਾ ਨੂੰ ਛੇਵਾਂ ਵਿਜੇ ਸਿੰਘ ਮਿਲਿਆ। ਜੈਲਾ ਨਗਰ ਸ਼ਰਨਾਰਥੀ ਆਇਆ.

 

ਪਾਰਚਾ ਸੱਤਵਾਂ ਖੁਸ਼ਬੂ ਵਾਲਾ ਪਾਇਆ ਗਿਆ। ਮੇਰੇ ਪੁੱਤਰ ਦਾ ਪੁੱਤਰ ਹੱਸਦਾ ਹੈ

 

ਪਾਰਚਾ ਅਸ਼ਟਮ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ਵਾਨ ਪਾਇਆ ਗਿਆ। ਵਿਦੇਸ਼ ਜਾਓ ਪੈਸਾ ਲਿਆਓ

 

ਭੁੰਜੇ ਡੁੱਬ ਰਹੀ ਕਿਸ਼ਤੀ ਨੂੰ ਡੁੱਬ ਗਏ. ਅਵਤਾਰ ਐਡਵਾਂਸਡ ਟੇਰੇ ਤੇ ਪਹੁੰਚ ਗਿਆ

 

ਨੌਵਾਂ ਪਾਰਚਿਆ ਵੀਰਮ ਮਿਲਿਆ। ਜਦੋਂ ਬਾਣੀਆਂ ਆਉਂਦੀਆਂ ਹਨ, ਤੁਹਾਨੂੰ ਕਿਵੇਂ ਦੱਸਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ||

 

ਦਸਵੀਂ ਪਰਚਾ ਪਾ ਬਿੰਜਾਰਾ। ਮਿਸ਼ਰੀ ਲੂਣ ਹੋ ਗਈ ਸਾਰੇ ਖਾਰੇ.

 

ਪਰਚਾਯਾ ਗਿਆਰਾਂ ਕ੍ਰਿਪਾ ਥਾਰੀ। ਲੂਣ ਚੀਨੀ ਬਣ ਗਿਆ, ਫਿਰ ਸਾਰੇ ||.

 

ਪਰਚਾਯਾ ਇਸ ਨੂੰ ਠੋਕਰ ਖਾ ਗਿਆ. ਨਿਕਲੰਗ ਨਦੀ ਸਿਰਜੀ ਪਿਆਰੀ॥

 

ਪਰਚਾਯ ਤੇਰ੍ਹਵੀਂ ਪੀਰ ਪਰੀ ਪਹੁੰਚੀ। ਲਾਇਆ ਕਟੋਰਾ ਕਰਜ ਸਾਰਾ॥

 

ਚੌਦ੍ਹਵਾਂ ਪਾਰਚਿਆ ਜਾਭੋ ਪਾਇਆ। ਨਿਜਸਰ ਜਲ ਖਾਰਾ ਬਣਾਇਆ॥

 

ਪਰਚਾ ਪੰਦਰਾਂ ਫੇਰ ਦੱਸਿਆ ਗਿਆ। ਰਾਮ ਸਰੋਵਰ ਪ੍ਰਭੂ ਨੇ ਖੁਦਾਈ ਕੀਤੀ

 

ਪਾਰਚਾਇਆ ਸੋਲਾਂ ਹਰਬੂ ਪਾਇਆ। ਦਰਸ ਪਇਆ ਅਤਿ ਹਰਸ਼ਿਆ॥

 

ਸਤਾਰਾਂ ਜਾਨਾਂ ਪਾਈਆਂ। ਦੁੱਧ ਬੱਕਰੀ ਤੋਂ ਆਇਆ ਸੀ

 

ਖੁਸ਼ ਨਦੀ ਜਲ। ਸਵੈ-ਗਿਆਨ ਹਰਜੀ ਨਿਮਰ ਹੋ ਗਿਆ

 

ਪਾਰਚਾਏ ਨੇ ਅਠਾਰਵੇਂ ਰਾਜਕੁਮਾਰ ਲੱਭ ਲਏ। ਸੂਤੀ ਨੇ ਧਰਤੀ ਨੂੰ ਘੁੰਮਾਇਆ.

 

ਪਾਰਚਾਯਾ ਉੱਨੀਵੀਂ ਪਾਰਟੀ ਜੀਉਣ ਦੇ ਯੋਗ ਸੀ. ਪੁਤ੍ਰ ਪਇਆ ਮਨ ਹਰਸ਼ਾਇਆ॥

 

ਪਰਚਾਯਾ ਵੀਹਵਾਂ ਸੇਠਾਨੀ ਪਾਇਆ। ਰੱਬ ਗਦਾਗੜ ਸੁਣਨ ਆਇਆ ਹੈ।

 

ਫੌਰਨ ਸੇਠ ਸਰਜੀਵਨ ਕਿਨਹਾ। ਉਪਰੋਕਤ ਪ੍ਰਗਟ ਅਭੈ ਵਾਰ ਦਿਨਾ॥

 

ਪਾਰਚਾਇਆ ਵੀਹ-ਚੋਰ ਜੋ ਪਾਇਆ। ਤੁਸੀਂ ਅੱਖਾਂ ਮੀਚੀਆਂ ਹੋਈਆਂ ਹੋ.

 

ਪਰਚਾਯਾ ਵੀਹ ਸਿਤਾਰਾ ਮਿਰਜੋ ਚਿਹਾਨ। ਸਤੋ ਤਵਾ ਬੇਧ ਪ੍ਰਭੁ ਦਿਨਨ

 

ਪਾਰਚਾਯ ਤੀਜਾ ਰਾਜਾ ਸੀ। ਉਸਨੇ ਭਗਤ ਨੂੰ ਸਤਾਇਆ ਨਹੀਂ ਸੀ.

 

ਪਾਰਚਾਇਆ ਚੌਵੀ ਚੌਖੀ ਬਖਸ਼ੀ ਨੂੰ ਮਿਲਿਆ। ਮੇਰਾ ਬੇਟਾ ਪਲ ਵਿਚ ਉੱਠਿਆ.

 

ਜਦੋਂ ਵੀ ਕੋਈ ਯਾਦ ਕਰਦਾ ਹੈ ਫਿਰ ਤੁਸੀਂ ਆਓਗੇ ਅਤੇ ਤੁਹਾਨੂੰ ਦੇਖੋਗੇ

 

ਸ਼ਰਧਾਲੂ ਤੇਰ ਤੇਰ ਸੁਣਦੇ ਸਨ ਪਹਾੜੀ ਤੇਜ਼ੀ ਨਾਲ ਚੜ੍ਹੋ.

 

ਉਹ ਲੋਕ ਜੋ ਪ੍ਰਭੂ ਦੇ ਲੀਲਾ ਪਿੰਡ ਹਨ. ਮਨਚਾਹੇ ਫਲ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰੋ.

 

ਇਹ ਚਾਲੀਸਾ ਸੁਣੋ. ਘੋਰ ਦੁੱਖ ‘ਤੇ ਨਜ਼ਰ ਮਾਰੋ.

 

ਜੈ ਜੈ ਜੈ ਪ੍ਰਭੂ ਲੀਲਾ ਧਾਰੀ ਤੇਰੀ ਮਹਿਮਾ ਬੇਮਿਸਾਲ ਹੈ

 

ਮੈਨੂੰ ਫਿਰ ਕਿਹੜੇ ਗੁਣ ਗਾਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ|| ਮੈਨੂੰ ਸ਼ਾਰਦ ਵਰਗੀ ਸੂਝ ਕਿੱਥੋਂ ਲੈਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ||

 

ਕੋਈ ਸਿਆਣਪ ਨਹੀਂ, ਪਿਆਰ ਘੱਟ ਪਿਆਰ ਹੈ. ਚਾਲੀਆਂ ਨੇ ਮਤੀ ਅਨੁਸਾਰ ਜਾਪ ਕੀਤਾ

 

ਤੁਹਾਡੇ ਸਾਰੇ ਸੇਵਕ ਪਨਾਹ ਵਿਚ ਹਨ. ਮੇਰੇ ਪਿਆਰੇ ਭਗਵਾਨ ਸ਼ਿਵ

CHALISA IN SANSKRIT

Sanskrit and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

 

॥ दोहा ॥

श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय।

कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय॥

द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार।

अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार॥

॥ चौपाई ॥

जय जय रामदेव सुर राया। अजमल पुत्र अनोखी माया॥

विष्णु रूप सुर नर के स्वामी। परम प्रतापी अन्तर्यामी॥

ले अवतार अवनि पर आये। तंवर वंश अवतंश कहाये॥

संत जनों के कारज सारे। दानव दैत्य दुष्ट संहारे॥

परच्या प्रथम पिता को दीन्हा। दूध परीण्डा मांही कीन्हा॥

कुमकुम पद पोली दर्शाये। ज्योंही प्रभु पलने प्रगटाये॥

परचा दूजा जननी पाया। दूध उफणता चरा उठाया॥

परचा तीजा पुरजन पाया। चिथड़ों का घोड़ा ही साया॥

परच्या चौथा भैरव मारा। भक्त जनों का कष्ट निवारा॥

पंचम परच्या रतना पाया। पुंगल जा प्रभु फंद छुड़ाया॥

परच्या छठा विजयसिंह पाया। जला नगर शरणागत आया॥

परच्या सप्तम् सुगना पाया। मुवा पुत्र हंसता भग आया॥

परच्या अष्टम् बौहित पाया। जा परदेश द्रव्य बहु लाया॥

भंवर डूबती नाव उबारी। प्रगत टेर पहुँचे अवतारी॥

नवमां परच्या वीरम पाया। बनियां आ जब हाल सुनाया॥

दसवां परच्या पा बिनजारा। मिश्री बनी नमक सब खारा॥

परच्या ग्यारह किरपा थारी। नमक हुआ मिश्री फिर सारी॥

परच्या द्वादश ठोकर मारी। निकलंग नाड़ी सिरजी प्यारी॥

परच्या तेरहवां पीर परी पधारया। ल्याय कटोरा कारज सारा॥

चौदहवां परच्या जाभो पाया। निजसर जल खारा करवाया॥

परच्या पन्द्रह फिर बतलाया। राम सरोवर प्रभु खुदवाया॥

परच्या सोलह हरबू पाया। दर्श पाय अतिशय हरषाया॥

परच्या सत्रह हर जी पाया। दूध थणा बकरया के आया॥

सुखी नाडी पानी कीन्हों। आत्म ज्ञान हरजी ने दीन्हों॥

परच्या अठारहवां हाकिम पाया। सूते को धरती लुढ़काया॥

परच्या उन्नीसवां दल जी पाया। पुत्र पाय मन में हरषाया॥

परच्या बीसवां पाया सेठाणी। आये प्रभु सुन गदगद वाणी॥

तुरंत सेठ सरजीवण कीन्हा। उक्त उजागर अभय वर दीन्हा॥

परच्या इक्कीसवां चोर जो पाया। हो अन्धा करनी फल पाया॥

परच्या बाईसवां मिर्जो चीहां। सातो तवा बेध प्रभु दीन्हां॥

परच्या तेईसवां बादशाह पाया। फेर भक्त को नहीं सताया॥

परच्या चैबीसवां बख्शी पाया। मुवा पुत्र पल में उठ धाया॥

जब-जब जिसने सुमरण कीन्हां। तब-तब आ तुम दर्शन दीन्हां॥

भक्त टेर सुन आतुर धाते। चढ़ लीले पर जल्दी आते॥

जो जन प्रभु की लीला गावें। मनवांछित कारज फल पावें॥

यह चालीसा सुने सुनावे। ताके कष्ट सकल कट जावे॥

जय जय जय प्रभु लीला धारी। तेरी महिमा अपरम्पारी॥

मैं मूरख क्या गुण तब गाऊँ। कहाँ बुद्धि शारद सी लाऊँ॥

नहीं बुद्धि बल घट लव लेशा। मती अनुसार रची चालीसा॥

दास सभी शरण में तेरी। रखियों प्रभु लज्जा मेरी॥

CHALISA IN SANTALI

Santali and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

 

॥ दोहा ॥

श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय।

कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय॥

द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार।

अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार॥

॥ चौपाई ॥

जय जय रामदेव सुर राया। अजमल पुत्र अनोखी माया॥

विष्णु रूप सुर नर के स्वामी। परम प्रतापी अन्तर्यामी॥

ले अवतार अवनि पर आये। तंवर वंश अवतंश कहाये॥

संत जनों के कारज सारे। दानव दैत्य दुष्ट संहारे॥

परच्या प्रथम पिता को दीन्हा। दूध परीण्डा मांही कीन्हा॥

कुमकुम पद पोली दर्शाये। ज्योंही प्रभु पलने प्रगटाये॥

परचा दूजा जननी पाया। दूध उफणता चरा उठाया॥

परचा तीजा पुरजन पाया। चिथड़ों का घोड़ा ही साया॥

परच्या चौथा भैरव मारा। भक्त जनों का कष्ट निवारा॥

पंचम परच्या रतना पाया। पुंगल जा प्रभु फंद छुड़ाया॥

परच्या छठा विजयसिंह पाया। जला नगर शरणागत आया॥

परच्या सप्तम् सुगना पाया। मुवा पुत्र हंसता भग आया॥

परच्या अष्टम् बौहित पाया। जा परदेश द्रव्य बहु लाया॥

भंवर डूबती नाव उबारी। प्रगत टेर पहुँचे अवतारी॥

नवमां परच्या वीरम पाया। बनियां आ जब हाल सुनाया॥

दसवां परच्या पा बिनजारा। मिश्री बनी नमक सब खारा॥

परच्या ग्यारह किरपा थारी। नमक हुआ मिश्री फिर सारी॥

परच्या द्वादश ठोकर मारी। निकलंग नाड़ी सिरजी प्यारी॥

परच्या तेरहवां पीर परी पधारया। ल्याय कटोरा कारज सारा॥

चौदहवां परच्या जाभो पाया। निजसर जल खारा करवाया॥

परच्या पन्द्रह फिर बतलाया। राम सरोवर प्रभु खुदवाया॥

परच्या सोलह हरबू पाया। दर्श पाय अतिशय हरषाया॥

परच्या सत्रह हर जी पाया। दूध थणा बकरया के आया॥

सुखी नाडी पानी कीन्हों। आत्म ज्ञान हरजी ने दीन्हों॥

परच्या अठारहवां हाकिम पाया। सूते को धरती लुढ़काया॥

परच्या उन्नीसवां दल जी पाया। पुत्र पाय मन में हरषाया॥

परच्या बीसवां पाया सेठाणी। आये प्रभु सुन गदगद वाणी॥

तुरंत सेठ सरजीवण कीन्हा। उक्त उजागर अभय वर दीन्हा॥

परच्या इक्कीसवां चोर जो पाया। हो अन्धा करनी फल पाया॥

परच्या बाईसवां मिर्जो चीहां। सातो तवा बेध प्रभु दीन्हां॥

परच्या तेईसवां बादशाह पाया। फेर भक्त को नहीं सताया॥

परच्या चैबीसवां बख्शी पाया। मुवा पुत्र पल में उठ धाया॥

जब-जब जिसने सुमरण कीन्हां। तब-तब आ तुम दर्शन दीन्हां॥

भक्त टेर सुन आतुर धाते। चढ़ लीले पर जल्दी आते॥

जो जन प्रभु की लीला गावें। मनवांछित कारज फल पावें॥

यह चालीसा सुने सुनावे। ताके कष्ट सकल कट जावे॥

जय जय जय प्रभु लीला धारी। तेरी महिमा अपरम्पारी॥

मैं मूरख क्या गुण तब गाऊँ। कहाँ बुद्धि शारद सी लाऊँ॥

नहीं बुद्धि बल घट लव लेशा। मती अनुसार रची चालीसा॥

दास सभी शरण में तेरी। रखियों प्रभु लज्जा मेरी॥

CHALISA IN SINDHI

Sindhi and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

 

॥ दोहा ॥

श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय।

कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय॥

द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार।

अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार॥

॥ चौपाई ॥

जय जय रामदेव सुर राया। अजमल पुत्र अनोखी माया॥

विष्णु रूप सुर नर के स्वामी। परम प्रतापी अन्तर्यामी॥

ले अवतार अवनि पर आये। तंवर वंश अवतंश कहाये॥

संत जनों के कारज सारे। दानव दैत्य दुष्ट संहारे॥

परच्या प्रथम पिता को दीन्हा। दूध परीण्डा मांही कीन्हा॥

कुमकुम पद पोली दर्शाये। ज्योंही प्रभु पलने प्रगटाये॥

परचा दूजा जननी पाया। दूध उफणता चरा उठाया॥

परचा तीजा पुरजन पाया। चिथड़ों का घोड़ा ही साया॥

परच्या चौथा भैरव मारा। भक्त जनों का कष्ट निवारा॥

पंचम परच्या रतना पाया। पुंगल जा प्रभु फंद छुड़ाया॥

परच्या छठा विजयसिंह पाया। जला नगर शरणागत आया॥

परच्या सप्तम् सुगना पाया। मुवा पुत्र हंसता भग आया॥

परच्या अष्टम् बौहित पाया। जा परदेश द्रव्य बहु लाया॥

भंवर डूबती नाव उबारी। प्रगत टेर पहुँचे अवतारी॥

नवमां परच्या वीरम पाया। बनियां आ जब हाल सुनाया॥

दसवां परच्या पा बिनजारा। मिश्री बनी नमक सब खारा॥

परच्या ग्यारह किरपा थारी। नमक हुआ मिश्री फिर सारी॥

परच्या द्वादश ठोकर मारी। निकलंग नाड़ी सिरजी प्यारी॥

परच्या तेरहवां पीर परी पधारया। ल्याय कटोरा कारज सारा॥

चौदहवां परच्या जाभो पाया। निजसर जल खारा करवाया॥

परच्या पन्द्रह फिर बतलाया। राम सरोवर प्रभु खुदवाया॥

परच्या सोलह हरबू पाया। दर्श पाय अतिशय हरषाया॥

परच्या सत्रह हर जी पाया। दूध थणा बकरया के आया॥

सुखी नाडी पानी कीन्हों। आत्म ज्ञान हरजी ने दीन्हों॥

परच्या अठारहवां हाकिम पाया। सूते को धरती लुढ़काया॥

परच्या उन्नीसवां दल जी पाया। पुत्र पाय मन में हरषाया॥

परच्या बीसवां पाया सेठाणी। आये प्रभु सुन गदगद वाणी॥

तुरंत सेठ सरजीवण कीन्हा। उक्त उजागर अभय वर दीन्हा॥

परच्या इक्कीसवां चोर जो पाया। हो अन्धा करनी फल पाया॥

परच्या बाईसवां मिर्जो चीहां। सातो तवा बेध प्रभु दीन्हां॥

परच्या तेईसवां बादशाह पाया। फेर भक्त को नहीं सताया॥

परच्या चैबीसवां बख्शी पाया। मुवा पुत्र पल में उठ धाया॥

जब-जब जिसने सुमरण कीन्हां। तब-तब आ तुम दर्शन दीन्हां॥

भक्त टेर सुन आतुर धाते। चढ़ लीले पर जल्दी आते॥

जो जन प्रभु की लीला गावें। मनवांछित कारज फल पावें॥

यह चालीसा सुने सुनावे। ताके कष्ट सकल कट जावे॥

जय जय जय प्रभु लीला धारी। तेरी महिमा अपरम्पारी॥

मैं मूरख क्या गुण तब गाऊँ। कहाँ बुद्धि शारद सी लाऊँ॥

नहीं बुद्धि बल घट लव लेशा। मती अनुसार रची चालीसा॥

दास सभी शरण में तेरी। रखियों प्रभु लज्जा मेरी॥

CHALISA IN TAMIL

|| தோஹா ||

 

ஸ்ரீ குருவுக்கு வணக்கம் செலுத்துங்கள், விழுந்து கணேஷ்.

 

கதுன் ராம்தேவ் விமல் யாஷ், கேட்ட சின் வின்ஷே

 

மனுஜா அவதாரம், கதவு முடியிலிருந்து வந்ததால்.

 

அஜ்மல் கெஹ் பதவனா, உலகில் ஜெய் சியர்ஸ்.

 

|| கட்டு ||

 

ஜெய் ஜெய் ராம்தேவ் சுர் ராயா. அஜ்மல் மகன் அனோகி மாயா

 

விஷ்ணு ரூப் சுர் நாரின் இறைவன். உச்ச மாட்சிமை ||

 

லு அவதார் அவ்னியில் வந்தது. தன்வார் வம்சம் எங்கே

 

எல்லாமே புனிதர்களால். அரக்கன் மான்ஸ்டர் முரட்டு குறியீடு

 

முதல் தந்தைக்கு பர்ச்சாயா தின்ஹா. பால் பரிந்தா மஹானி கினாஹா

 

கும்கம் வசனத்தை பாலி காட்டு. கர்த்தர் வெளிப்படுத்தியவுடன்

 

பர்ச்சா துஜா ஜனானி கண்டுபிடிக்கப்பட்டது. உயர்த்தப்பட்ட பால் பவுண்டி

 

கையில் ஒரு கை கிடைத்தது. கந்தலின் நிழல்

 

பர்ச்சயா நான்காவது பைராவைக் கொன்றார். பக்தர்களின் துன்பம்

 

ஐந்தாவது பர்ச்சய ரத்னா கிடைத்தது. புங்கல் ஜா பிரபு ஃபாண்ட் வழங்கினார்

 

பர்ச்சயாவுக்கு ஆறாவது விஜய் சிங் கிடைத்தது. ஜலா நகர் அகதி வந்தார்.

 

பர்ச்சயா VII மணம் இருப்பது கண்டறியப்பட்டது. என் மகனின் மகன் சிரிக்கிறான்

 

பர்ச்சயா அஷ்டம் அறிவொளி பெற்றது. வெளிநாடு சென்று பணம் கொண்டு வாருங்கள்

 

சுழல் மூழ்கிய படகில் மூழ்கியது. அவதாரி மேம்பட்ட டெர் அடைந்தது

 

ஒன்பதாவது பர்ச்சாய வீரம் கிடைத்தது. பானிஸ் வரும்போது, ​​உங்களுக்கு எப்படி சொல்லப்படுகிறது||

 

 

பத்தாவது பர்ச்சாய பா பிஞ்சாரா. மிஸ்ரி உப்பு எல்லாம் உமிழ்ந்தார்.

 

பர்ச்சாயா பதினொரு கிர்பா தாரி. உப்பு சர்க்கரையாக மாறியது, பின்னர் அனைத்து ||.

 

அதில் பர்ச்சயா தடுமாறினாள். நிகலாங் நாடி சிர்ஜி பியாரி

 

பர்ச்சாயா பதின்மூன்றாவது பிர் பரி வந்தார். லயா கிண்ணம் கார்ஜ் சாரா

 

பதினான்காவது பர்ச்சாயா ஜபோ கண்டுபிடிக்கப்பட்டது. நிஜ்சார் நீர் உப்பு செய்யப்பட்டது

 

பர்ச்சாயா பதினைந்து மீண்டும் சொல்லப்பட்டது. ராம் சரோவர் பிரபு தோண்டினார்

 

பர்ச்சாயா பதினாறு ஹர்புவைக் கண்டுபிடித்தார். தர்ஷா பயா எக்ஸ்ட்ரீம் ஹர்ஷயா

 

பதினேழு உயிர்கள் கிடைத்தன. பால் ஆட்டிலிருந்து வந்தது

 

இனிய நாடி நீர். சுய அறிவு ஹர்ஜி தாழ்மையுடன்

 

பர்ச்சயா பதினெட்டாம் இளவரசர்களைக் கண்டுபிடித்தார். பருத்தி பூமியை உருட்டியது.

 

பர்ச்சாயா பத்தொன்பதாம் கட்சி வாழ முடிந்தது. புத்ரா பய மன ஹர்ஷயா॥

 

பர்ச்சயா இருபதாம் சேத்தானியைக் கண்டுபிடித்தார். கடவுள் கட்கட் கேட்க வந்திருக்கிறார்.

 

உடனே சேத் சர்ஜீவன கின்ஹா. மேலே வெளிப்படுத்தப்பட்ட அபய் வரா தின்ஹா

 

கண்டுபிடித்த பர்ச்சாயா இருபத்தியோராவது திருடன். நீங்கள் கண்மூடித்தனமாகிவிட்டீர்கள்.

 

பர்ச்சாயா இருபத்தி இரண்டாவது மிர்சோ சிஹான். சாடோ தவா பெத் பிரபு தின்ஹான்

 

பர்ச்சாயா இருபத்தி மூன்றாவது மன்னர். அவர் பக்தரை துன்புறுத்தவில்லை.

 

பர்ச்சாயா இருபத்தி நான்காவது பக்ஷியைக் கண்டுபிடித்தார். என் மகன் இந்த நேரத்தில் எழுந்தான்.

 

எப்போது நினைவில் வந்தாலும் பிறகு நீங்கள் வந்து உங்களைப் பார்க்கிறீர்கள்

 

 

 

பக்தர்கள் டெர் டெர் கேட்கிறார்கள் விரைவாக மலையை ஏறவும்.

 

பகவான் பிரபுவின் லீலா கிராமங்களான மக்கள். விரும்பிய பழத்தைப் பெறுங்கள்.

 

இந்த சாலிசாவைக் கேளுங்கள். மொத்த துயரத்தை முறைத்துப் பாருங்கள்.

 

ஜெய் ஜெய் ஜெய் பிரபு லீலா தாரி உங்கள் மகிமை ஒப்பிடமுடியாதது

 

நான் என்ன குணங்களை பாட வேண்டும்|| ஷரத் போன்ற ஞானத்தை நான் எங்கே கொண்டு வர வேண்டும்||

 

ஞானம் இல்லை, காதல் குறைவு. மாட்டி படி சாலிசா கோஷமிட்டாள்

 

தங்குமிடம் உள்ள உங்கள் ஊழியர்கள் அனைவரும். என் அன்பான சிவன்

CHALISA IN TELUGU

|| దోహా | |

 

శ్రీ గురువుకు నమస్కారం, గణేష్ పతనం.

 

కతున్ రామ్‌దేవ్ విమల్ యష్, విన్న సిన్ విన్షే

 

మనుజా అవతార్, తలుపు జుట్టు నుండి వచ్చింది.

 

అజ్మల్ గెహ్ బధవానా, జై ప్రపంచంలో చీర్స్.

 

|| బౌండ్ ||

 

జై జై రామ్‌దేవ్ సుర్ రాయ. అజ్మల్ కొడుకు అనోకి మాయ

 

విష్ణు రూప్ సుర్ నార్ ప్రభువు. సుప్రీం ఘనత ||

 

లే అవతార్ అవ్నిపై వచ్చింది. తన్వర్ రాజవంశం ఎక్కడ ఉంది

 

అన్నీ సాధువుల వల్ల. డెమోన్ మాన్స్టర్ రోగ్ కోడ్

 

మొదటి తండ్రికి పర్చాయ దిన్హా. పాలు పరిందా మహానీ కినాహా

 

కుంకుమ్ పద్యం పాలీని చూపించు. ప్రభువు వెల్లడించిన వెంటనే

 

పర్చా దుజా జనాని దొరికింది. పెరిగిన పాల అనుగ్రహం

 

 

 

చేతిలో చేయి వచ్చింది. రాగ్ యొక్క నీడ

 

పార్చాయ నాల్గవ భైరవాను చంపాడు. భక్తుల బాధ

 

ఐదవ పార్చాయ రత్న దొరికింది. పుంగల్ జా ప్రభు ఫండ్ ప్రసవించారు

 

పార్చాయకు ఆరో విజయ్ సింగ్ లభించింది. జల నగర్ శరణార్థి వచ్చారు.

 

పర్చాయ VII సువాసన ఉన్నట్లు కనుగొనబడింది. నా కొడుకు కొడుకు నవ్వుతాడు

 

పార్చాయ అష్టం జ్ఞానోదయం పొందింది. విదేశాలకు వెళ్లి డబ్బు తీసుకురండి

 

మునిగిపోతున్న పడవను సుడి మునిగిపోయింది. అవతారీ అధునాతన టెర్కు చేరుకుంది

 

తొమ్మిదవ పర్చయ వీరం దొరికింది. బానిస్ వచ్చినప్పుడు, మీకు ఎలా చెబుతారు||

 

పదవ పార్చాయ పా బింజారా. మిశ్రీ ఉప్పు అంతా సెలైన్ అయ్యారు.

 

పర్చయ పదకొండు కిర్పా థారి. ఉప్పు చక్కెరగా మారింది, అప్పుడు మొత్తం ||.

 

 

 

పార్చాయ దానిపై తడబడింది. నికలంగ్ నాడి సిర్జీ ప్యారీ

 

పర్చయ పదమూడవ పిర్ పారి వచ్చారు. లైయా బౌల్ కార్జ్ సారా

 

పద్నాలుగో పార్చయ జభో దొరికింది. నిజ్సర్ వాటర్ సెలైన్ తయారు చేయబడింది

 

పార్చాయ పదిహేను మళ్ళీ చెప్పబడింది. రామ్ సరోవర్ ప్రభు తవ్వారు

 

పార్చాయకు పదహారు హర్బు దొరికింది. దర్శ పాయ ఎక్స్‌ట్రీమ్ హర్షాయ

 

పదిహేడు జీవితాలను పొందారు. పాలు మేక నుండి వచ్చాయి

 

హ్యాపీ నాడి నీరు. స్వీయ జ్ఞానం హర్జీ వినయంగా

 

పర్చయ పద్దెనిమిదవ యువరాజులను కనుగొన్నాడు. పత్తి భూమిని చుట్టేసింది.

 

పార్చాయ పంతొమ్మిదవ పార్టీ జీవించగలిగింది. పుత్ర పయ మన హర్షయ

 

పర్చయ ఇరవయ్యవది సేథానిని కనుగొంది. దేవుడు గడ్గాడ్ వినడానికి వచ్చాడు.

 

 

 

వెంటనే సేథ్ సర్జీవానా కిన్హా. పైన బహిర్గతం చేసిన అభయ్ వర దిన్హా

 

కనుగొన్న పర్చాయ ఇరవై మొదటి దొంగ. మీరు కళ్ళకు కట్టినట్లు.

 

పర్చయ ఇరవై రెండవ మిర్జో చిహాన్. సాటో తవా బెడ్ ప్రభు దిన్హాన్

 

పర్చయ ఇరవై మూడవ రాజు. అతను భక్తుడిని హింసించలేదు.

 

పార్చాయకు ఇరవై నాలుగవ బక్షి దొరికింది. నా కొడుకు క్షణంలో లేచాడు.

 

ఎవరైతే గుర్తుకు వస్తారు అప్పుడు మీరు వచ్చి మిమ్మల్ని చూస్తారు

 

భక్తులు టెర్ టెర్ వినేవారు త్వరగా కొండ ఎక్కండి.

 

ప్రభు ప్రభు యొక్క లీలా గ్రామాల ప్రజలు. కావలసిన కావలసిన పండు పొందండి.

 

ఈ చలిసా వినండి. స్థూల కష్టాలను తదేకంగా చూడు.

 

జై జై జై ప్రభు లీలా ధారి మీ కీర్తి సాటిలేనిది

 

అప్పుడు నేను ఏ లక్షణాలను పాడాలి|| శరద్ వంటి జ్ఞానాన్ని నేను ఎక్కడ తీసుకురావాలి||

 

జ్ఞానం లేదు, ప్రేమ తక్కువ ప్రేమ. చటిసా మాతి ప్రకారం జపించింది

 

మీ సేవకులందరూ ఆశ్రయంలో ఉన్నారు. నా ప్రియమైన శివుడు

CHALISA IN URDU

|| دوحہ۔ | |

 

شری گرو کو سجدہ کرو ، گنیش گر۔

 

کتھن رام دیو ومل یش ، سنا گناہ ونشے

 

منوج اوتار ، دروازے کے بال سے آیا ہوا ہے۔

 

اجمل گیہ بڈھاوانا ، جئے دنیا میں خوش ہے۔

 

|| پابند ||

 

جئے جئے رام دیو سور رایا۔ اجمل بیٹا انوکی مایا۔

 

لارڈ وشنو روپ سور نار۔ سپریم عظمت ||

 

لی اوتار آوانی پر آیا۔ تنور خاندان جہاں ہے

 

سب سنتوں کی وجہ سے۔ ڈیمن مونسٹر دج کوڈ۔

 

پہچا دینہ پہلے باپ سے۔ دودھ پرینڈا مہانی کینہا۔

 

کمکم آیت پولی دکھائیں۔ جیسے ہی رب نے انکشاف کیا

 

پارچہ دوجا جانانی ملا۔ اٹھایا دودھ فضل۔

 

ہاتھ میں ہاتھ ملا۔ چیتھ کا سایہ

 

پارچہیا نے چوتھے بھیروا کو مار ڈالا۔ عقیدت مندوں کا دکھ

 

پانچویں پارچہ رتن ملا۔ پنگل جا پربھو فند نے پہنچایا

 

پارچہیا کو چھٹا وجئے سنگھ ملا۔ جلال نگر مہاجر آگیا۔

 

پارچہیا ہشتم خوشبودار پایا گیا۔ میرے بیٹے کا بیٹا ہنس پڑا

 

پارچہیا آشتم روشن خیال پایا گیا۔ بیرون ملک جاؤ پیسے لے آئیں

 

بھنور ڈوبتی کشتی کو ڈوبا۔ اوتاری اعلی درجے کی منزل پر پہنچا

 

نویں پارچہ ویرم ملا۔ جب بانیاں آتی ہیں تو آپ کو کیسے بتایا جاتا ہے؟

 

دسویں پارچیا پا بنجارہ۔ مشری نمکین ہو گئی تمام نمکین۔

 

پارچہیا گیارہ کرپا تھااری۔ نمک چینی بن گیا ، پھر سارے ||۔

 

پارچہیا نے اسے ٹھوکر لگادی۔ نکالانگ نادی سرجی پیاری۔

 

پارچہیا تیرہواں پیر پیر آگیا۔ لایا کٹورا کارج سارہ۔

 

چودھویں پارچیا جبوہ ملا۔ نجسار پانی نمکین بنا ہوا تھا۔

 

پارچہیا پندرہ پھر بتایا گیا۔ رام سروور پربھو نے کھدائی کی

 

پارچہیا کو سولہ ہربو ملا۔ درش پایا انتہا ہرشایا۔

 

سترہ زندگیاں مل گئیں۔ دودھ بکرے سے آیا تھا

 

خوش نادی پانی۔ خود شناسی ہرجی نے عاجزی کی

 

پارچہیا نے اٹھارویں شہزادے مل گئے۔ روئی نے زمین پھیر دی۔

 

پارچہیا انیسویں پارٹی زندہ رہنے کے قابل تھی۔ پتر پیا من ہرشایا۔

 

پرچہیا بیسویں سیٹانی ملا۔ خدا گڈگڈ سننے آیا ہے۔

 

فورا. سیٹھ سرجیوانا کنہا۔ مذکورہ بالا بے نقاب ابے ورہ دنھاہ۔

 

پرچایا اکیسویں چور جو ملا۔ آپ کی آنکھوں پر پٹی بندھی ہوئی ہے۔

 

پارچہایا بیس بیس مرزو چہھن۔ ستو تاوا بید پربھو دنھن

 

پارچیا تیئسواں بادشاہ تھا۔ اس نے عقیدت مند پر ظلم نہیں کیا۔

 

پارچایا نے چوبیسواں بخشی کو پایا۔ میرا بیٹا اسی لمحے میں اٹھ کھڑا ہوا۔

 

جب بھی یاد آئے تب آپ آکر آپ سے ملیں گے

 

عقیدت مند ٹیر ٹیر سنتے تھے جلدی سے پہاڑی پر چڑھ دو۔

 

وہ لوگ جو لارڈ پربھو کے لیلا گاؤں ہیں۔ مطلوبہ مطلوبہ پھل حاصل کریں۔

 

یہ چالیسہ سنو۔ مجموعی دُکھ پر نگاہ ڈالیں۔

 

جئے جئے جئے پربھو لیلا دھاری آپ کی شان بے مثال ہے

 

مجھے پھر کون سی خوبیاں گانا چاہئے؟ شرد کی طرح حکمت کہاں سے لاؤں؟

 

عقل نہیں ، محبت کم محبت ہے۔ چالیسہ نے متی کے مطابق نعرہ لگایا

 

پناہ میں تیرے سب خادم۔ میرے پیارے بھگوان شیو

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